डेस्क : सूबे के सभी विभागों को मार्च 2018 से पेपर लेस किया जायेगा. राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. विभागों को पेपर लेश करने के बाद जिला मुख्यालयों के कार्यालयों को पेपर लेश किया जायेगा, ताकि वहां भी काम ऑनलाइन हो सके. फिलहाल श्रम संसाधन, सूचना प्रावैधिकी और उद्योग विभाग में बाहर से आने वाले डाक को पेपर लेश किया गया है और उसका ऑनलाइन निबटारा किया जा रहा है.
- विभागों के बाद जिला के कार्यालयों को पेपरलेस करने का शुरू होगा काम
- श्रम संसाधन, सूचना प्रावैधिकी और उद्योग विभाग में डाक का हो रहा ऑनलाइन निबटारा
सभी विभागों में शुरुआत में आने वाले डाक को ऑनलाइन किया जायेगा, ताकि बाहर के आने वाले पत्रों को एक क्लिक कर आगे फॉरवर्ड किया जा सके. कौन अधिकारी कितने दिन में निबटारा करते हैं यह भी पता चल जायेगा.
एक क्लिक में मिलेगी फाइलों की जानकारी
फाइलों के ऑनलाइन होने से एक क्लिक में उसकी जानकारी मिल जायेगी. पेपर की बचत तो होगी ही, जिस प्रशाखा पदाधिकारी या उच्च अधिकारियों को इसमें नोटिंग लिखना होगा वह उस पर ऑनलाइन नोटिंग लिख देंगे. फाइलों के ऑनलाइन होने से वह किसी जगह पर ज्यादा दिनों तक रूकी नहीं रहेगी. विभाग के उच्च अधिकारी देख सकेंगे कि किसने कितने दिनों तक फाइल को रोक कर रखा.
- अगले दो सालों में एचआरएमएस के जरिये विभागों को फाइललेस कर दिया जायेगा. सब कुछ ऑनलाइन हो जायेगा. शुरुआत सीएफएमएस के जरिये हो चुकी है और अगले साल सभी विभागों में इसे अनिवार्य रूप से लागू किया जायेगा – राहुल सिंह, सचिव, सूचना व प्रावैधिकी विभाग
इससे एक समय सीमा और जिम्मेदारी तय कर दी जायेगी कि फाइल का निबटारा इतने दिनों में कर दिया जाना है. इससे फाइलों के निबटारे में तेजी आयेगी और जो काम महीने में होना है वह दो-चार दिनों में हो जायेगा. इसके लिए फाइलों का डिजिटिलाइजेशन किया जायेगा. विभाग में कई तरह की फाइलें होती है. सभी का ऑनलाइन निबटारा करने पर अगर किसी समय सॉफ्टवेयर क्रेश करता है तो पूरी फाइल की प्रक्रिया फिर से शुरू करनी पड़ेगी. इसके लिए फाइलों का एक बैकअप भी तैयार करना होगा, ताकि किसी आपात स्थिति में भी ऑनलाइन फाइल्स सुरक्षित रहें.