आयकर विभाग ने लखनऊ के बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में छापा मारा। विभाग ने अरबों रुपये के भुगतान के बाद भी टीडीएस की कटौती नहीं की। 17 अक्टूबर को बीएसए लखनऊ प्रवीण मनी त्रिपाठी को व्यक्तिगत तौर पर आयकर विभाग ने तलब किया है।
सहायक आयकर आयुक्त (टीडीएस) शिव कुमार के नेतृत्व में आयकर अफसरों की एक बड़ी टीम ने शुक्रवार सुबह यह कार्रवाई की। आयकर विभाग को कर न कटने और टैक्स चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। आयकर की गोपनीय जांच में इन तथ्यों की पुष्टि होने के बाद छापे की कार्रवाई की गई।
आयकर अधिकारियों ने छापे के दौरान बीएसए और वहां मौजूद सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से आय-व्यय और लेखा के बारे में पूछताछ की। सभी जरूरी दस्तावेजों को भी जब्त कर लिया गया। आयकर अधिकारियों को प्राथमिक जांच में पता चला कि एमडीएम, सर्व शिक्षा अभियान और भवन निर्माण जैसे कामों में करोड़ों रुपये के भुगतान दिखाए गए हैं। इनमें टैक्स की कटौती नहीं हुई है। बीएसए के यहां जांच में कई तरह की गड़बड़ियां सामने आईं हैं। अब टीम इनकी विस्तृत जांच करेगी।
शाम तक चले छापेमारी के बाद जब्त दस्तावेजों-कागजों के साथ टीम रवाना हो गई। 17 अक्टूबर को बीएसए को इस संबंध में जवाब दाखिल करने के लिए सम्मन किया गया है।