लखनऊ (राज प्रताप सिंह) : यूपी में 85 हजार किलोमीटर की 18 हजार सड़कों को दुरुस्त करने का काम अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा। गांव की सड़कों को बनाने के लिए नाबार्ड ने 200 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। डिप्टी सीएम व पीडब्लूडी मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि सड़कों की मरम्मत के लिए बजट में 4200 करोड़ की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण को भ्रष्टाचार से मुक्त करने को न्यूक्लियर किरणों से सड़कों की गुणवत्ता परखी जाएगी। भाभा न्यूक्लियर अनुसंधान केन्द्र में कर्मचारियों का ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया गया है। विभाग में सभी ठेके ई-टेन्डरिंग से उठेंगे। नवनिर्मित सड़कों का थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन भी अनिवार्य किया गया है। निर्माण में गड़बड़ी पर अफसरों व ठेकेदारों दोनों पर कार्रवाई होगी।
श्री मौर्य ने कहा कि बसपा और सपा की सरकारों में पिछले 15 साल में सेतु निगम और राजकीय निर्माण निगम की दूसरे राज्यों में छवि काफी धूमिल हुई। दूसरे राज्यों में चल रहे करीब 5 हजार काम रुके पड़े थे। प्रदेश में भाजप की सरकार अब फिर से छवि बहाल करने के लिए इन कामों को जल्द पूरा करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए वे खुद हर राज्य में जाकर वहां सेतु निगम और निर्माण निगम के कामों की समीक्षा करेंगे। इसके लिए श्री मौर्य सोमवार को देहरादून में थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में भी सेतु निगम से अधूरे पड़े 103 पुलों का निर्माण काम पूरा कराया जा रहा है। इन पुलों के निर्माण में 8000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनमें 118 नदी पर बनने पुल हैं तो 75 रेलउपरिगामी पुल हैं। इनमें से सितम्बर महीने तक 18 पुलों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। अगले साल मार्च तक 78 पुलों के पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।