भाकपा, लोजपा सहित आधा दर्जन लोगों की हत्या का था आरोपी
नावकोठी (बेगूसराय)/संवाददाता: जिला के टाॅप टेन अपराधियों के सूची के दुर्दांत अपराधी नावकोठी थाना क्षेत्र के पहसारा के अजय सिंह उर्फ सरदार उर्फ कोबरा की गुरूवार को देर शाम गैंगवार में घर के निकट हत्या कर दी गई। इसके हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई एवं दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया। इसके हत्या से अपराध जगत में कुछ समय के लिए विराम लगता हुआ महसूस प्रतीत हो रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुरुवार को अकिलदेव सिंह उर्फ आको सिंह के भाई बमबम सिंह उर्फ जहरा के साथ नशे की हालत में उसकी दुकान पर चढ़ कर गाली-गलौज एवं मारपीट किया देर शाम पुनः आको सिंह के घर पर जा धमका और गाली-गलौज करने लगा इसी दरमियान आक्रोशित परिवार के सदस्यो ने ईंट पत्थर मूसल से पीट-पीट कर बूरी तरह जख्मी कर दिया तथा बाद में गोली मारकर हत्या कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही नावकोठी, गढ़पुरा, बखरी थानाध्यक्ष एवं एसडीपीओ बखरी सोनू कुमार सहित सशस्त्र बल घटनास्थल पर पहुंचे तथा लाश को कब्जे में लेकर शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेज दिया। मृतक अजय सिंह वर्ष 99 में भाकपा के कद्दावर नेता हरेराम सिंह की हत्या से अपराध जगत में कदम रखा। उसके बाद दुग्ध उत्पादक सहयोग समिति संचालक गांव के ही उपेन्द्र यादव के पुत्र प्रमोद यादव, टेलीफोन बूथ संचालक शिक्षक रामबदन पासवान के पुत्र बबलू पासवान, भाकपा नेता रामबदन महतो, पूर्व उप प्रमुख सुमन देवी के देवर मौज सिंह, लोजपा नेता सह डीलर गंगेश पासवान, बबलू पंडित सहित चकमुजफ्फर गांव के बटन तांती की हत्या में इसकी संलिप्तता थी तथा नामजद अभियुक्त थे। इस संदर्भ में नावकोठी थाना अध्यक्ष शशि कुमार के मुताबिक सिर्फ नावकोठी थाना में दो दर्जन अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं जिसमें सात हत्या, छह रंगदारी, पांच हत्या का प्रयास एवं आम्र्स एक्ट बम विस्फोट आदि के मामले दर्ज हैं। सनद रहे कि वह तीन भाईयों में सबसे छोटा था। प्रमोद यादव की हत्या मंे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जमानत पर वे पंचायत चुनाव 2016 के मई माह में जेल से बाहर आया था। अपनी भाभी को मुखिया बनाने तथा गांव के ही पंसस को प्रमुख बनाने में सक्रिय राजनीतिक भूमिका निभाई। लोगों ने बताया कि पिछले साल नवंबर में गुपचुप तरीके से दुसरे जिला में कल्पना कुमारी से शादी रचाया था, लेकिन वह अपनी सुसराल पहसारा नही आई थी। पति की मौत की खबर पाकर गुरूवार को देर रात सुसराल आई। समाचार प्रेषण तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी थी।