धर्मवीर कुमार, बीहट (बेगूसराय) : चकिया थाना क्षेत्र के सिमरिया घाट में सोमवार की रात गोलियों से थर्रा उठा। गोलियां वर्षा कर दस से बारह की संख्या में हथियार से लैस होकर पहुंचे अपराधी ने दहशत फैलाकर घंटो तक करता रहा आश्रम में लूटपाट। गोली फायरिंग एवं लूटपाट के दौरान किसी तरह दुबक कर पीड़ित परिवार अपनी स्मिता और जानमाल की रक्षा की। मिली जानकारी के अनुसार चकिया थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमरिया घाट अवस्थित पंगु बाबा राम जानकी आश्रम के महंत गुरु राम उदार दास उर्फ पंगु बाबा का 40 वर्षीय शिष्य विजय दास ने घटना की जानकारी देते हुए चकिया थाना में लिखित आवेदन दिया है। पुलिस को दिये आवेदन में गोली एवं लूटपाट कांड के सूचक व पंगु बाबा के निधन उपरांत बने नये उतराधिकारी विजय दास ने कहा है कि सोमवार की रात में हथियार से लैस दस से बारह की संख्या में अपराधी आश्रम की चाहरदीवारी फांदकर अचानक कमरे में आ धमका। आते के साथ ही हथियार के बलपर आश्रम में सोए लोगों को घेर लिया और लूटपाट करना शुरू कर दिया। लूटपाट का विरोध करने पर चकिया थाना क्षेत्र के सिमरिया घाट बिन्द टोली निवासी महेन्द्र महतों के पुत्र विजय महतो हाथ में लिये हथियार से चार से पांच राउंड गोलियां बरसाया। लूटपाट एवं गोली कांड के दौरान घर में दुबककर किसी तरह स्मिता एवं जानमाल की रक्षा किया है हम सभी ने। ईश्वर की लाख-लाख शुक्रिया रही की गोली तो नहीं लगी पर उतराधिकारी विजय दास के चेहरे पर गोली के बुरादे के छींटे पड़ने से वह घायल हो गया। आवेदन में कहा है की आश्रम के ट्रंक (बक्सा) में रखे नगद एक लाख रुपये एवं सोने व चांदी की गहना तथा आश्रम में रह रही 60 वर्षीया शिष्या राज कुमारी देवी की नगद बीस हजार रुपया एवं जेबरात को ताला तोड़कर लूटकर हथियार लहराते हुए गंगा घाट की तरफ झाड़ी होते हुए सभी अपराधी चलता बना। पीड़ित द्वारा एक अपराधी महेंद्र महतो के पुत्र विजय महतो के रुप में पहचान भी किया गया है। मामले की जानकारी मिलते ही चकिया ओपी प्रभारी अजीत कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी लेते हुए घायल महंथ विजय दास को ईलाज हेतु स्थानीय अस्पताल भेज दिया। वहीं रात्रि में ही एफसीआई ओपी प्रभारी ज्योति कुमार, एसआई गौरी शंकर राम, एएसआई राजेश कुमार के साथ मिलकर त्वरित कार्रर्वाई करते हुए घटना में शामिल शातिर अपराधी सिमरिया घाट बिंदटोली निवासी महेन्द्र महतों के पुत्र विजय महतों को लूट की रकम के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों की बात मानें तो घटना स्थल से चकिया पुलिस को चार खाली खोखे भी मिले है। आवेदन देने के वक्त भी महंथ काफी भयभीत थे। उन्होनें काफी कहने के बाद पीठ पर बंदूक से मारपीट की बात स्वीकारी और अपने जख्म दिखाने को तैयार हुए। वहीं मूक-बधिर तक को नहीं छोड़ा लुटेरों ने सबको पीट दिया। आश्रम का दीवाल फांदकर घूसे सशस्त्र अपराधियों के कहर से कोई नहीं बच सका। बाबूबरही, मधुबनी से गंगा स्नान करने आये ठक्को दास, महेन्द्र दास ने बताया कि अपराधियों ने आते ही लाठी, डंडे और बंदूक के कुंदे से मारपीट करने लगे। आश्रम में रह रहे शंभू दास की कौन कहे मूक-बधिर राम प्रसाद दास तक को निर्दयता के साथ अपराधियों ने मारपीट की। वहीं पंगू बाबा की शिष्या राज कुमारी देवी ने बताया कि उसके कनपट्टी पर पिस्तौल सटाकर एक अपराधी ने कहा पचसौइया ला, नय तो गोली मायर देबो। मारपीट नहीं करने की काफी आरजू-मिन्नत की लेकिन डकैतों ने उसकी एक नहीं सूनी और करीब एक घंटे तक तांडव मचाते रहे।
क्या कहते हैं ओपी प्रभारी-
चकिया ओपी प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि लूटपाट में शामिल गिरफ्तार विजय महतों काफी शातिर अपराधी है। उसके पास से पुलिस को उसके हिस्से का छह हजार रूपया तथा एक मोबाईल भी बरामद हुआ है। पूछताछ के क्रम में कुछ और नाम का भी खुलासा हुआ है। इस कांड में शामिल सभी फरार अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही है।