नालंदा/बिहारशरीफ (कुमार सौरभ): भगवान महावीर की निर्वाण स्थली पावापुरी में पहली बार आयोजित राजकीय समारोह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हीं संपन्न हो गया। दो दिनों तक महोत्सव के दौरान कलाकारों ने कला का जादू बिखेरा। कार्यक्रम के दौरान बालीबुड गायक अल्ताफ राजा ने जहां पहले दिन अपनी आवाज का जादू बिखेरा वहीं दूसरे व अंतिम दिन स्थानीय कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उदधाटन के बाद कार्यक्रमों की शुरूआत की गयी थी। कार्यक्रम के दौरान बालीबुड कलाकार अल्ताफ राजा ने हिंदी फिल्मों के गीतों की प्रस्तुति दी जिसे सुन कर दर्शक भाव विभोर हो उठे। आ निकला हूं, पल दो पल के लिए, तुम तो ठहरे परदेशी साथ क्या निभाओगे, तुमसे इतना प्यार है दिल में उतर कर देख लो आदि गाने की प्रस्तति की। हेमंत बृजवासी के द्वारा प्रस्तुत किए गए शास्त्रीय संगीत का आलाप से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया वही हेमंत बृजवासी के पिता के द्वारा लगभग सभी गानों में साथ दिया ऐसा लग रहा था कि बिना पिता के सुर लय ताल मिल ही नहीं सकता।
दोनों का गाना सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। तालियों की गड़गड़ाहट हमेशा उनके गानों पर बजती रही। गाने के बाद हेमंत बृजवासी को सांसद कौशलेंद्र कुमार तथा ग्रामीण मंत्री श्रवण कुमार के द्वारा प्रतीक चिन्ह दे कर सम्मानित किया एवं अल्ताफ राजा को अस्थावां विधायक डॉक्टर जितेंद्र कुमार के द्वारा प्रतीक चिन्ह दिया। कार्यक्रम के अंतिम दिन भी स्थानीय कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति दी।