जहरीलीें शराब से मौत के बाद और गंभीर हुई सरकार
मृत्युंजय कुमार,बिहटा,।बिहार में 5 अप्रैल 2016 से पूर्णशराब बंदी के बाद सख्ती है ,फिर भी यंहा पीने -पिलाने का सिलसिला थमने का नाम नही के रहा है।तस्कर,अवैध धंधोबाजो और पीने वालों के बीच चोरी -छुपी का खेल चल रहा है।तू डाल-डाल मैं पात-पात है। रोहतास में जह
रीली शराब से हुई चार लोगो की मौत के बाद सरकार और गंभीर है।इस मामले मे रोहतास के उप सहायक आयुक्त और उत्पाद निरीक्षक को डीएम की अनुशंसा पर करवाई की गयी है।पूर्ण शराबबंदी एवं गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद एक वर्ष में 223 पुलिसकर्मियो पर करवाई हुई है।24 कर्मियों को बर्खास्त किया गया है।58,379 लोग गिरफ्तार किये गए हैं।41,314 कांड दर्ज किये गये।15,98,845 लीटर देशी-विदेशी शराब जप्त किया गया।5,35,746 नष्ट किया गया।सूबे में 930 भवन और पलौट जप्त किया गया है।जिसमें 806निजी तथा124 व्यवसायिक भवन है।4433 दी पहिया तथा 2672 चार पहिया वाहन जप्त किया गया। जिसमें110 भूखण्ड ,815 दोपहिया तथा 438 चारपहिया वाहन को कोर्ट के आदेश के बाद नीलाम करने की करवाई होने वाली है। सूबे के मुख्यमंत्री काफी सख्त हो गए है।पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने तो यहाँ तक कह दिया है कि पीने और पिलाने वाले लोग सूबे से बाहर चले जायें।पुलिस द्वारा छापेमारी जारी है।रोहतास में दो दर्जन पुलिसकर्मी पर करवाई हुई हैं।24 घंटे में केवल पटना में पीने- पिलाने वाले 107 लोगों को पकड़ा गया है।शराब बनाने की दर्जनों भठ्ठियों को ध्वस्त किया गया है।सैकड़ो लीटर देशी-विदेशी शराब जप्त किया गया है।सैकड़ो लीटर नष्ट किया गया है।शराब माफियाओ के खिलाफ सूबे में पुलिस की छापेमारी अभियान युद्ध स्तर पर जारी है। शराब माफिया अब अपने नए तरीके चवनि , उठनी , सिक्का जैसे नये नमो से शराब को
बाजारों मे बेच रहे है ।