शीतलहर के बावजूद कहीं अलाव जलवाए जाने की व्यवस्था नहीं है।
प्राइवेट तरीके से आग जलाकर ठण्डी से बचाव करते ग्रामीण
लखनऊ,ब्यूरो:राज प्रताप सिंह
बीकेटी।हाड़कंपाती ठंड, गलन एवं ठिठुरन से मंगलवार को जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। सुुुबह से दोपहर तक घने कोहरे सहित गलन-ठिठुरन बढ़ने से लोगों की जिंदगी की रफ्तार थम गई। घने कोहरे के कारण जहां सड़कों पर चलने वाले वाहन चालक हेड लाइट जला कर रेंगते दिखे, वहीं बाजाराें की रौनक गायब होने से दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते रहे।मंगलवार को पूरे दिन हल्की बर्फीली हवाओं के चलने से नगरीय इलाकों सहित ग्राम्यांचलाें के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा, वहीं सर्दी से बचाव के लोग जतन करते दिखे। दो दिनों से अचानक मौसम का मिजाज बदलने के बाद अधिक ठण्ड पड़ रही है।शीतलहर के बावजूद कहीं अलाव जलवाए जाने की व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को ठंड से ठिठुरना पड़ रहा है।नगर व गांवों में जगह-जगह लोग प्राइवेट व्यवस्था से अलाव जलावा कर तापते नजर आए, वहीं छुट्टा मवेशी भी ठंड से बचाव के लिए भटकते रहे। बाजाराें में स्थित दुकानाें पर ऊलेन कपड़ाें की खरीदारी करने ग्राहकाें का तांता लगा रहा। ठंड बढ़ने से रजाई-कंबल की खरीदारी के साथ ही ग्राहक अलाव जलाने के लिए जलावनी लकड़ी सहित बुरादा, भस्सी व कोयला का भी प्रबंध करते दिखाई दिए। ठंड में लोग मफलर, दास्ताना, जैकेट, कोट, शाल, स्वेटर आदि पहन कर ही जरूरी कार्यवश बाहर निकले। अस्पताल, प्राइवेट बस स्टैंड, प्रमुख बाजाराें एवं चौराहाें पर अलाव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से लोग ठंड से ठिठुरते दिखे।