रामकिशोर रावत
माल(लखनऊ) मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ब्लाक के विकास कार्यो का निरीक्षण किया।उन्होंने बीडीओ कार्यालय में बैठकर सभी अभिलेखीय कार्यो की बारीक़ी से पड़ताल की।योजनाओं के लक्ष्य उनकी पूर्ति उपभोग पत्रावलियों को भी देखा।कार्यालय स्टाफ की बैठक में कागजी कार्यो को देखने के बाद उन्होंने सहायक विकास अधिकारी पंचायत के कार्यालय को देखा।वहाँ वह जीपीडीपी बैठकों,सफाईकर्मियों के दो माह के पेरोल,प्रिया साफ्ट,प्लानप्लस जैसे कार्यो की जानकारी ली।प्रिया साफ्ट पर फीडिंग न कराने वाले दो पंचायत सचिवो का काम पूरा न होने की जानकारी मिली तो वह भड़क गये।उन्होंने सचिव सत्यप्रकाश व आंनद चतुर्वेदी को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश दिया।विकासखण्ड परिसर में बने शौचालयों के साथ आवासीय परिसर को भी देखा।बीडीओ वी के चौधरी से उन्होंने आवासों की जानकारी ली।तो पता चला कि कोई आवास निवास लायक नहीं हैं।बताया गया यह आवासीय परिसर काफी समय पहले आयुक्त ग्राम्य विकास रहे सीताराम मीणा के समय ही उनके निरीक्षण के बाद निष्प्रयोज्य घोषित किये जा चुके है।ब्लाक में केड़ौरा के रामगोपाल विश्वकर्मा व गुमसेना के राजेश ने ओडीएफ गांव घोषित किये जाने के समय आश्वासन के बावजूद पैसा न दिए जाने की शिकायत की। सभागार में उन्होंने समस्त फील्ड और कार्यालय स्टाफ की क्लास ली।एनआरएलएम योजना,आवास निर्माण व आवंटन,शौचालय निर्माण की प्रगति जैसे मामलों की विस्तृत जानकारी ली।उसके बाद वह मंझी निकरोजपुर गांव में पहुंचे।वहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री आवास व शौचालयों को देखा।सचिव श्यामबिहारी की देखरेख में बनाये जा रहे शौचालयों पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया।भ्रमण के दौरान गांव के कई सरकारी हैंडपम्पो में समरसेबल चलते देखा तो उनका गुस्सा फ़ूट पड़ा।साथ में चल रहे बीडियो और सचिव को तुरंत ऐसे सभी हैंडपम्पो को सूचीबद्ध कर दोषियों के खिलाफ चौबीस घंटे में एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया।एडीओ पंचायत इंद्र भूषण दुबे को भी उन्होंने क्षेत्र के सभी ऐसे हैंडपम्पो को चिन्हित कर कार्यवाही के निर्देश दिए।