मुजफ्फरपुर : पानापुर कांटी थाने में तैनात दारोगा संजय गौड़ की मौत हत्या या आत्महत्या एक अनसुलझी पहेली बनी हुई है. दारोगा की पत्नी कल्याणकारी देवी के दिए गए आवेदन यह लिखा गया है कि मुजफ्फरपुर में थाने में पोस्टिंग के लिए दस लाख रुपये की मांग की गई थी. साढे छह लाख रुपये दिये भी जा चुके थे बाकि बचे रुपये नहीं देने पर उन्हें एक दिन थाने में पोस्टिग करा यहां से हटा दिया गया.
घरवालों का कहना है कि वो आत्महत्या नहीं सकते. कहीं न कहीं उनके खिलाफ साजिश रची गयी है. परिजनों ने आरोप लगाया कि उनके पास सर्विस रिवाल्वर नहीं था वे अपना सर्विस रिवाल्वर जमा कर दिए थे तो ऐसे में यह मामला सुसाइड कैसे हुआ. दारोगा की पत्नी ने यह भी कहा कि थाना प्रभारी बनने के लिए किसी को पैसे दिए गये थे लेकिन नाम उन्हें पता नहीं है.
दारोगा संजय गौड़ सीवान के दरौली थानाक्षेत्र के मुंडा कर्मवार गांव के रहने वाले थे. गांव में उनके पार्थिव शरीर के आते ही शोक की लहर दौड़ पड़ी और चारों ओर मातमी सन्नाटा पसर गया. इस दौरान परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.