Breaking News

पंजाब :: घुटना चोर डाक्टर का खुलासा!

जालंधर (राजिव धम्मी) :: ऑर्थनोवा हॉस्पिटल के डॉक्टर हरप्रीत सिंह पर होशियारपुर के एक व्यक्ति ने गंभीर आरोप लगाया है की उनकी माँ हरबंस कौर के घुटने ऑर्थनोवा हॉस्पिटल के डॉक्टर हरप्रीत सिंह के लपरवाही के कारन खराब हुए। पिडीत ने पुलिस प्रशासन एवं स्वासथ्य विभाग से इंसाफ की गुहार लगते हुए डॉक्टर हरप्रीत सिंह के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। पिडित के पुत्र नें कहा कि 3 साल पहले इलाज के दौरान डॉक्टर हरप्रीत सिंह नें उनकी माँ के घुटने खराब कर दिए। पुलिस को शिकायत करनें के बाद भी डॉक्टर हरप्रीत सिंह पर कोई कार्यवाही नही हुई। सुत्रों की मानें तो उक्त मामला एस0एम0मो0 के पास लम्बीत है। वहीं डॉ0 हरप्रीत सिंह ने लगाए आरापों को गलत बताते हुए कहा की उन्होंने सही इलाज किया था! मगर घर जाकर क्या हुया उन्हें ज्ञात नही ।
गौरतलब की डॉ. हरप्रीत सिंह किसी न किसी मामले को लेकर अक्सर चर्चा में रहे है।
जालंधर मी़डिया में हमेशा सुर्खीयों में रहने वाले नकोदर रोड स्थित ओरथोनोवा अस्पताल के मालिक डा. हरप्रीत सिंह के खिलाफ आज जालंधर के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान होशियारपुर निवासी गुरजीत सिंह ने बताया कि डॉ. हरप्रीत सिंह की लापरवाही के कारण आज उनकी 73 वर्षीय माँ हरबंस कौर पिछले तीन साल से पैरालाइज होने के कारण बिस्तर पर हीं है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 2 लाख 80 हजार रुपए 6 दिन के पैकेज के मांगे थे मगर बाद में 11 दिन रखकर 2 लाख 95 हजार लिए और उसके बाद हमें बिल 45 हजार रुपए का दिया गया। दूसरे मामले में उग्गी (नकोदर) निवासी सतपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने पिता को अपने पैरो पर चलने के लिए ओरथोनोवा अस्पताल में दाखिल करवाया था, डॉ साहब ने पैसे लेने के बाद हमारे पिता का घुटना ठीक करने की बजाय घुटना ही निकाल दिया। उन्होंने बताया कि लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद भी डॉ. हरप्रीत की गलती के कारण इंफैक्शन फैल जाने से मेरे पिता जी की मौत हो गई थी।

सिविल सर्जन
तफतिश के दौरान जब हमारी टिम सिविल सर्जन के पास पहुंची तो सिविल सर्जन डॉ. मिनहास ने बताया की भार्गों कैंप पुलिस की तरफ से डॉ. हरप्रीत के मामले में एक छानबीन का केस उनके पास आया है, जिस मामलें को मैंने डॉ देसराज को आगे भेज दिया है। डॉ देसराज (असिस्टेंट सिविल सर्जन) ने बताया कि इस मामले में हमारे बोर्ड की एक मीटिंग बैठ चुकी है, जिसमें मिटिंग के बाद बोर्ड नें अमन अस्पताल, आन्नद अस्पताल व पीजीआई से रिकोर्ड मंगवाया है। उसके बाद ही कोई फैसला ले पाएंगे।

डॉ हरप्रीत  ने बताया
डॉ. हरप्रीत सिंह ने बताया कि होशियारपुर वाला मामले में जो महिला हरबंस कौर हमारे यहाँ से ठीक-ठाक गई थी लेकिन बाद में इनका कोई पारिवारिक प्रापर्टी का मुद्दा था जिस कारण यह घटना हुई। इसमें अस्पताल की कोई जिम्मेदारी नहीं है। दुसरे मामले में उन्होंने कहा कि वह जांच करके बताएंगे।
डॉ साहब ने पत्रकार को भी दे डाली धमकी
इस दौरान पत्रकार को उन्होने डराने की कोशिश करते हुए कहा कि अगर मेरे खिलाफ कोई ऐसी-वैसी खबर लगाई तो मैं आप पर करोड़ो का दावा ठोक दूंगा।

आरटीआई एक्टीविस्ट संजय सहगल मानें तो
डॉ. हरप्रीत अपने 7 स्टार अस्पताल बनाने के चक्कर में ही विवादों में फसे हुए है। आरटीआई एक्टीविस्ट संजय सहगल द्वारा आरटीआई डाल कर पता किया गया है की इन्होंने अपना नकशा कार्मिशयल बिल्डिंग के तौर पर पास करवाने की कोशिश की है। तो फिर वहां पर अस्पताल कैसे खुल सकता है। जबकि इस सारे मामले में मेयर और कार्पोरेशन के अधिकारी भी इंवोलव है तभी इतनी बड़ी बिलिंडग बन पाई। नहीं तो बिल्डिंग बनते समय भी कार्यवाही हो सकती थी। संजय सेहगल ने कहा कि अब मेयर का कार्यकाल खत्म होने को है तो उन्होंने दो बिल्डिगों को लेकर ऊपर सरकार को पत्र लिखने शुरु कर दिए है। चार साल क्या मेयर सोए रहे थे।

उक्त घटना को देखते हुए डॉ. हरप्रीत सिंह के बारे मे यही कहा जा सकता है कि यदि डाक्टर साहब सही ईलाज करतें हैं तो उनके खिलाफ इतने गलत आरोप क्यों?
यदि आरोप सही है तो अभी तक डाक्टर के खिलाफ न तो कोई भी कार्यवाही प्रशासन नें की है और न हीं स्वास्थय विभाग नें आखीर क्यों?
अन्तः प्रश्न यह है की डाक्टर साहब के सही या गलत होने की पुस्टी किसनें की?
आरोप पर आरोप लगनें के बाद भी अभी तक कोई जाँच क्यों नहीं हुए?
जिला प्रशासन एवं स्वाथ्य विभाग डाक्टर से इतनें प्रभवित क्यों हैं?
आखिर मेयर और कार्पोरेशन के अधिकारी कितनें पैसे मे बिके है।
डाक्टर साहब मोटी करम वसुलनें के बाद भी, कम का बिल देकर राजस्व की चोरा भी करतें है।
ये सारे सवाल डाक्टर के साथ-साथ जिला प्रशासन को भी संदिग्धों के कटघरे मे ला खरे करतें हैं।

 

Check Also

ऐतिहासिक हिंदू मंदिर गिराया, वाणिज्यिक परिसर का निर्माण किया शुरू

डेस्क। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर को ढहा दिया गया है। …

तेजाब पिलाकर युवक की हत्या, पेट फटकर आंत बाहर शव मिलने से सनसनी

डेस्क। दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र में हरिहरपुर से कनौर जानेवाली सड़क पर मो …

700 करोड़ का शराब घोटाला, उत्पाद विभाग का पूर्व सचिव बिहार से गिरफ्तार

  डेस्क। छत्तीसगढ़ पुलिस और बिहार पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गुरुवार देर रात …