Breaking News

बिहार :: मेधा चयन प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागी हुए पुरस्कृत

दरभंगा : मेधा चयन प्रतियोगिता विद्याथियों की प्रतिभा काे परखता है। इसलिए इस प्रतियोगिता के समस्त चयनित प्रतिभागी प्रतिभाशाली है। भले ही रैंक निधार्रण प्रक्रिया में किसी काे प्रथम स्थान प्राप्त हुआ हाे या फिर भी सबसे अंतिम। इसलिए चयनित हर छात्र-छात्रा अपने-आपकाे सर्वश्रेष्ठ समझें। उपराेक्त बातें स्वयंसेवी संस्था के सचिव मुकेश कुमार झा मेधा चयन प्रतियोगिता-2017 के सफल प्रतिभागियों काे पुरस्कृत करते हुए कही। श्री झा ने बताया कि इस प्रतियोगिता का मूल उद्देश्य प्रतियोगिता
परीक्षाआें को लेकर बच्चाें के मन में उठ रही झिझक काे दूर करना है। जिलास्तर पर डॉ. प्रभातदास फाउण्डेशन के द्वारा आयोजित मेधा चयन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली मैडोना इंग्लिश स्कूल की छात्रा प्रांजली अदिती, द्वितीय स्थान पर चल रहे जेसस् एंड मैरी एकेडमी के अंकित पाठक, तृतीय स्थान के लिए राेज पब्लिक के अमन चौधरी, चतुर्थ स्थान पर रहे दरभंगा पब्लिक स्कूल के शुभम कुमार तथा संयुक्त रूप से पंचम् स्थान प्राप्त करनेवाली हाेली क्रॉस स्कूल की छात्रा साक्षी सिंह एवं सुप्रिया कुमारी आैर पष्ट्म स्थान पर रहे बेला पब्लिक स्कूल दरभंगा के छात्र विवेक कुमार काे नगद राशि, प्रशस्ति-पत्र, माेमेंटाें एवं पुस्तक प्रदान किया गया। जबकि अन्य 25 विद्याथिर्यों काे सांत्वना पुरस्कार दिया गया। पिछले 11 वर्षों से दरभंगा सहित बिहार के अन्य
जिले के विभिन्न प्रखंडाें में डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन की योजनाआे काे धरातल पर उतारने वाले स्वयंसेवकाें काे भी फाउण्डेशन की स्थापना दिवस पर सम्मानित किया गया। सम्मानित हाेने वाले स्वयंसेवक राकेश कुमार, शशांक शेखर, निरज चौधरी, अनिल कुमार सिंह, राजकुमार गणेशन, आशुतोष कुमार, माेहन साह, अशेश्वर ठाकुर, राकेश कुमार झा, राजीव कुमार, नवीन कुमार, शाेभा
देवी, इंदू देवी आदि शामिल है।

‘‘राष्ट्रनिर्माण में स्वयंसेवी संगठनाें की भूमिका’’ विषय पर सेमिनार का आयोजन
ललित नारायण मिथिला विष्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्र निमार्ण में स्वयंसेवी सस्थाऐं आगे आवें । उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता सहित अन्य समस्याओं के सहित जागरुकता पैदा करने में छात्रों को अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
डॉ. सिंह ने उक्त बातें स्वयंसेवी संस्था डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन के 11वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित ‘‘राष्ट्रनिर्माण में स्वयंसेवी संगठनाें की भूमिका’’ विषयक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा । 

नागेन्द्र झा महिला महाविद्यालय के सभागार में प्राे. सिंह ने कहा कि
आधुनिक युग के आपा-धापी से भरे माहौल में स्वयंसेवी संगठनाें की भूमिका बढ़ गई है। कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां इन संगठनाें की बदौलत विकास कार्य किए जा रहे है। डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन सामाजिक कार्यक्रम में अहम भूमिका निभा रहा है। फाउण्डेशन की हर योजना सराहनीय है आैर संस्था के द्वारा जिस तरीके से मेधा क्षमता काे प्राेत्साहित किया जा रहा है वो अनुकरणीय है।
फाउण्डेशन मेधा निर्माण की प्रक्रिया काे आैर तेज करें। क्याेंकि देश में जितने अधिक मेधावी लोग हाेंगे, उतना ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण हाेगा। फाउण्डेशन केवल उच्च शिक्षा में नहीं अपितु निचली स्तर के शिक्षा के सुधार में भी अहम भूमिका निभा रहा है। कुलपति प्राे. सिंह ने कहा कि
विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन के साथ मिलकर कार्य करेगी।

दरभंगा के ग्रामीण क्षेत्रों में संस्था ने बेहतर ढ़ंग से कार्य किया है और यह ग्रामीणों की दशा बदलने के लिए जमीनी कार्य कर रही है। फाउण्डेशन के सचिव मुकेश कुमार झा ने सेमिनार काे संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में मानवीय संवेदनाआें में गिरावट आई है, संयुक्त परिवार की व्यवस्था
का लगभग विघटन हाे चुका हैै आैर अधिकांश लोग समाज-राष्ट्र हित की बजाय स्वहित के बारे में
सोचने लगे है। जल, जमीन सहित पूरे पर्यावरण का अस्तित्व खतरे में दिखने लगा है। इस स्थिति
में सामाजिक संगठनाें की भूमिका बढ़ गई है। सामाजिक संगठन के रूप में डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन वर्ष 2006 से कार्य कर रही है। संस्था के द्वारा पिछले 11 वर्षाें से बिहार के दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी आैर पड़ाेसी देश नेपाल में भी कार्य किया जा रहा है। सेमिनार का विषय प्रवेश सहायक प्रो. प्रीतम कुमार मिश्र ने कराते हुए कहा कि पीड़िताें की सेवा से
बढ़कर न काेई धर्म है, न ही कर्म। स्वयंसेवी संगठनाें की आवश्यकता बनी हुई है। उन्होंने अपने संबोधन ‘‘अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयम्। पराेपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम्’’ श्लोक की चर्चा करते हुए कहा कि फाउण्डेशन शत् प्रतिशत दूसरे के हित के लिए काम कर रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात वैज्ञानिक मानस बिहारी वर्मा ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का सपना तभी साकार हाेगा, जब भारत के गांव में बसने वाले मेधावी छात्राें काे ऊपर लाया जाय। फाउण्डेशन इस दिशा में सराहनीय कार्य कर रही है। इस फाउण्डेशन से छात्राें के हित में बहुत सारी योजनाएं चलाई जाती है। जिससे बिहार के विभिन्न जिलों के छात्र एवं छात्रा अपनी प्रतिभा को आगे लाकर राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहे है। फाउण्डेशन शिक्षा के क्षेत्र के अलावे अन्य क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट ढ़ंग से कार्य कर रही है। फाउण्डेशन काे चाहिए कि वो जुनियर
छात्राें के लिए भी इस तरह का मेधा चयन प्रतियोगिता आयोजित करें आैर प्रतिभावान छात्राें काे
आगे पढ़ने में मदद करें। इससे पूर्व नागेन्द्र झा महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गान से अतिथियों का स्वागत किया तथा सेमिनार का प्रारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। आगत अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ऋषि कुमार राय ने किया। जबकि संचालन डॉ. महादेव झा ने किया। वहीं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शुबीर चंन्द्र मिश्र ने किया।

Check Also

ऐतिहासिक हिंदू मंदिर गिराया, वाणिज्यिक परिसर का निर्माण किया शुरू

डेस्क। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर को ढहा दिया गया है। …

तेजाब पिलाकर युवक की हत्या, पेट फटकर आंत बाहर शव मिलने से सनसनी

डेस्क। दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र में हरिहरपुर से कनौर जानेवाली सड़क पर मो …

700 करोड़ का शराब घोटाला, उत्पाद विभाग का पूर्व सचिव बिहार से गिरफ्तार

  डेस्क। छत्तीसगढ़ पुलिस और बिहार पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गुरुवार देर रात …