Breaking News

Yearly Archives: 2022

यात्रा वृत्तांत :: मिथिला के पर्यटन स्थलों की दुर्दशा, मानों विद्यापति की मूर्तियाँ रो-रोकर गा रही हैं……. उगना रे मोर कतय

डेस्क : बिहार राज्य की उत्तरी-पूर्वी भू-भाग जनकवंशीय राजा “मिथि” के द्वारा बसाया नगरी मिथिला के नाम से विश्व विश्रुत है। रामायण महाकाव्य काल (त्रेता युग) में विदेह के नाम से महाकाव्य में संकलित क्षेत्र, कभी नदियों की बहुलता के कारण तीरमुक्ति / तिरहुत नाम से जाना गया, तो अब …

Read More »

वाचस्पति मिश्र के न्याय दर्शन से मिथिला में बौद्ध दर्शन निष्प्रभावी – शंकर झा

प्रसिद्ध लेखक शंकर झा की कलम से : मिथिला के अद्वैत वेदान्त दर्शन पर बौद्ध दर्शन का सांस्कृतिक हमला तथा उसके प्रतिरक्षार्थ मैथिल विद्वानों व वाचस्पति की भूमिका मिथिला प्राच्य इतिहास काल से ( महाकाव्य काल ) से श्रुति ग्रंथों (वेंदों व उपनिषदों) व स्मृति ग्रंथों (ब्राम्हण ग्रंथों, दर्शन शास्त्रों, मनु …

Read More »

मिथिला विभूति मण्डन मिश्र आदि शंकराचार्य से पराजित नहीं – शंकर झा

प्रसिद्ध लेखक शंकर झा की कलम से : मण्डन मिश्र “पूर्व मीमांसा दर्शन के बड़े प्रसिद्ध प्रवर्तक / आचार्य थे। मीमांसा का मतलब गंभीर मनन और विचार होता है जो एक प्रकार का भारतीय दर्शन है। मीमांसा दर्शन के संस्थापक महर्षि जैमिनी हैं। इसे “पूर्व-मीमांसा सूत्र” भी कहते हैं। मीमांसा सूत्र, …

Read More »

उदयानाचार्य – मिथिला के शार्दुल नव-न्याय दार्शनिक व वेदान्त दर्शन के रक्षक

प्रसिद्ध लेखक शंकर झा की कलम से : मिथिला का अप्रतिम, वैदिक वांग्मय के फलक पर कई देदीप्यमान सितारे प्राच्य काल से अपनी चमक के बल पर चमत्कृत करते आए है. इसी क्रम में एक और रवि समान भासमान सितारा का आर्विभाव दसवी सदी (वर्ष 984 ई. में) में समस्तीपुर के करियन …

Read More »

श्रीधर दास – चाणक्य की भूमिका में

शंकर झा की कलम से : मिथिला जिसे प्राच्य इतिहास काल में विदेह व तिरहुत के नाम से भी जाना जाता था, उसका सामाजिक व सांस्कृतिक विकास सूर्यवंशीय क्षत्रिय इक्ष्वाकुवंशीय ( जनक वंशीय) शासन काल के लम्बी अवधि के बाद कर्णाट वंशीय शासन काल में सर्वाधिक हुआ, विकास का चरोत्कर्ष प्राप्त …

Read More »

विद्यापति जैसे महान् भाषाविद् और विद्वान द्वारा वरिष्ठ मैथिल रचनाकारों का पूर्ण सम्मान

डेस्क : विद्यापति संस्कृत विद्वान के परिवार में जन्म लिए थे तथा खुद भी संस्कृत के बड़े विद्वान थे। संस्कृत पर अच्छी पकड़ के कारण संस्कृत में कई ग्रंथों तथा नाटकों की रचनाएँ किए। विद्यापति काल (1350 ई. से 1450 ई.) जो भारतीय इतिहास का “मध्ययुगीन काल” खण्ड था, वह …

Read More »

नवनिर्वाचित प्रमुख/ उप प्रमुख का शुरू हुआ तीन दिवसीय गैर-आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

दरभंगा, विजय भारती :- दरभंगा जिला में जिला स्तर पर आज नवनिर्वाचित प्रमुख/उप प्रमुख का 03 दिवसीय (14 जुलाई से 16 जुलाई 2022 तक) गैर-आवासीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला परिषद सभागार में किया गया।  जिला पंचायती राज पदाधिकारी आलोक राज द्वारा बताया कि 14 जुलाई से 16 जुलाई …

Read More »

पूर्व विधायक रविंद्र सिंह चौहान ने चकरनगर चकरनगर में जनता से किया संपर्क स्थापित

चकरनगर/इटावा। पूर्व विधायक रविंद्र सिंह चौहान गांव ललूपुरा में क्वारी नदी व सिंध नदी के संगम पर विराजमान हनुमान मंदिर पर भंडारे मैं शामिल होकर मौके की राजनीति में अपने विचार साझा किए क्योंकि अब एमपी के इलेक्शन सभी नेताओं को दिखाई दे रहे हैं। आपको बताते चलें सिंध नदी …

Read More »

सू.ज.स.वि. के ओ.एस.डी. ने किया जिला जन सम्पर्क कार्यालय का निरीक्षण एवं जाँच

दरभंगा, विजय भारती :- विशेष कार्य पदाधिकारी, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग विकास कुमार द्वारा जिला जन सम्पर्क कार्यालय, दरभंगा का निरीक्षण एवं जाँच किया गया।  निरीक्षण के दौरान उन्होंने रोकड़ पंजी, बिल बुक, आकस्मिक पंजी, उपस्थिति पंजी एवं विभिन्न संचिकाओं का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान पाये गये तथ्यों …

Read More »

शिक्षा विभाग के कार्यों की प्रगति की हुई समीक्षा

दरभंगा, विजय भारती :- समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी दरभंगा राजीव रौशन की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की प्रगति की समीक्षा बैठक एवं निपुण बिहार बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान पर बैठक की गयी।बैठक में प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी विजय चंद्र भगत द्वारा जिले में …

Read More »