दरभंगा : मुहर्रम की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. समाज में सौहार्द कायम रखने के उद्देश्य से एवं दुर्गा पूजा के विसर्जन को देखते हुए मुहर्रम जुलूस के समय को एक दो घंटा आगे पीछे किया गया है. जिला मोहर्रम कमेटी पूर्व की बैठक में निर्णय ले चुका है.नौवीं एवं दसवीं का मिलान पूर्व की तरह अपने निर्धारित समय पर ही संपन्न किया जाएगा. कमिटी सचिव जियाउर रहमान दुलारे ने आए तमाम अखाड़ियों को जुलूस मिलान एवं नुमाइश खेल आदि में मोटरसाइकिल के इस्तेमाल से आने से मना किया। उन्होंने कहा कि सभी अखाडिय़ों का लाइसेंस की फोटो कॉपी के साथ बीस सदस्यों का नाम पता मोबाइल नंबर के साथ फोटो जिला मुहर्रम कमेटी कार्यालय में जमा करवा लिया गया है. कमेटी संरक्षक डॉ. कमरुल हसन ने सभी अखाडि़यों की कमेटी को सहयोग करने का अनुरोध किया.
मुहरर्म को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.जिला मुहरर्म कमिटी ने बताया कि सीसीटीवी मिलान चौक पर काफी संख्या में लगाए गए हैं.मुहरर्म को शांतिपूर्वक सौहार्द से मनाने हेतु कमिटी सहित जिला प्रशासन और शांति समिति ने भी अपील की है.
बता दें कि मुहर्रम इस्लामी वर्ष यानी हिजरी सन् का पहला महीना है, और एक मुस्लिम त्योहार भी. मदरसा तजवीदुल कुराण के कारी साहब हाफिज मो. परवेइस महीने को इस्लाम के चार पवित्र महीने में शुमार किया जाता है.हजरत मुहम्मद ने इस महीने को अल्लाह का महीना कहा है।
मुहर्रम एक ऐसी दर्दनाक घटना की दासता है , जिसे इतिहास कभी भुला नहीं पायेगा. ईराक स्थित करबला में हुई यह घटना सत्य के लिए प्राण न्योछावर कर देने की कभी न भूलने वाली मिसाल है. इस घटना में हजरत मुहम्मद के नवासे हजरत हुसैन को शहीद कर दिया गया था. उनकी याद में ही मुहर्रम पर्व मनाया जाता है.