उ.स.डेस्क : समाजवादी कुनबे में चरम पर पहुंचे घमासान का बेहद नाटकीय ढंग से पटाक्षेप होता नजर आया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सपा से बर्खास्तगी के बाद पहली बार शनिवार को पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करने पहुंचे और बाद में अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन खत्म कर दिया गया। पार्टी में हुई अब तक की सबसे बड़ी उथल-पुथल के बीच अखिलेश और मुलायम के बीच शनिवार सुबह शक्ति प्रदर्शन की होड़ लगी रही।
प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि सपा से अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन रद्द हो गया है। शिवपाल ने ऐलान किया कि नेताजी और अखिलेश मिलकर अब उम्मीदवारों की सूची फिर से जारी करेंगे। इसके अलावा शिवपाल ने कहा कि अब रामगोपाल यादव सपा की राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा की बैठक नहीं बुलाएंगे। यह बैठक 1 जनवरी को प्रस्तावित थी।
इससे पहले सुबह यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने अपने आवास पर विधायकों की बैठक की। बताया जा रहा है कि सपा के 229 विधायकों में 200 से अधिक ने अखिलेश यादव का समर्थन किया। इसके बाद सीएम अखिलेश कैबिनेट मिनिस्टर आजम खान के साथ अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के आवास पर पहुंचे। दूसरी ओर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा बुलाए बैठक में बेहद कम विधायकों की पहुंचने की खबर आई। आपको बता दें कि मुलायम ने भी पार्टी द्वारा घोषित 393 उम्मीदवारों की बैठक आज बुलाई थी।