यु0पी0 (ब्यूरो):सीसीटीएनएस योजना के तहत इन हाउस साफ्टवेयर है, क्यू मेल इस मेल के जरिए पुलिस अधिकारी व थानों की पुलिस को जरूरी सूचनाएं तत्काल मेल कर सकेंगे। अब समन भी इसी के जरिए भेजें जाएंगे। ये पोर्टल सीसीटीएनएस का अभिन्न अंग है। पोर्टल पुलिस विभाग के लिए कारगर साबित है। इससे महकमे के सालाना 35 करोड़ रुपये बचेंगे। यह बचत टीए-डीए की मार्फत होगी क्योंकि अब डाक ले जाने की व्यवस्था खत्म हो जाएगी। क्वीक यानि तेजी से शब्द को जोड़ते हुए इसे क्यू मेल नाम दिया गया। अन्य मेल से इसकी स्पीड ज्यादा है।
यह पुलिस विभाग का अपना पोर्टल है। इसमें कोई सेंधमारी भी नहीं कर सकता। इसकी उपयोगिता को देखते हुए इसकी क्षमता आठ एमबी से बढ़ाकर 100 एमबी कर दी गई है ताकि सूचनाओं के आदान -प्रदान में बाधा न पैदा हों। गोपनीय सूचनाओं के लिए यह बेहतर साबित होगा। डाक के जरिए सूचनाएं भेजने पर उसके लीक होने का पूरा खतरा रहता था। कई बार ऐसा हुआ भी है, लेकिन अब संबंधित को सीधे गोपनीय सूचनाएं भेजी जाएंगी। इससे लीक होने की गुंजाइश नहीं रहेगी। सूचनाओं के साथ फोटो आदि भी इसी के जरिए ट्रांसफर होंगे। पुलिस अधिकारियों को बताया कि समन तामील कराने की कार्रवाई भी अब समय पर होगी। बल्क में सूचनाएं जिला कार्यालय को मिलेंगी। यहां से सूचनाएं संबंधित थानों को मेल कर दी जाएंगी। थानों से समन का प्रिंट निकालकर चौबीस घंटे के बीच संबंधित को तामील करा दिया जाएगा। इससे कोर्ट की कार्रवाई में भी तेजी आएगी।