डेस्क : मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत प्रखंड में चल रहे ‘हर घर नल का जल’ योजना में हेराफेरी करने और शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करने से नाराज लोगों ने गुरुवार को बीडीओ की पिटाई कर दी. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने तीन घंटे तक बीडीओ को बंधक बनाए रखा।
हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन में घपलेबाजी को लेकर ग्रामीणों ने वैशाली के हाजीपुर में बेलसर पंचायत के प्रखंड विकास पदाधिकारी की जमकर धुनाई कर दी. काफी संख्या में महिलाएं बीडीओ कार्यालय में घुसी और लात-घूसे से पिटाई कर बीडीओ के कपड़े फाड़ डाले. उसके बाद ग्रामीण मुखिया की भी तलाश कर रहे थे. ग्रामीणों का आरोप है कि मुखिया ही बीडीओ के साथ मिलीभगत कर घपला किया है.
मिली जानकारी के अनुसार आठ नंबर वार्ड में कुल 14 लाख 40 हजार रुपये राशि की योजना के लिए वार्ड सदस्या से कुल 10 चेक बिना राशि भरे ही कटवा लिया गया था। केनरा बैंक में उक्त वार्ड प्रबंधन एवं क्रियान्वयन समिति का खाता खोला गया था। भीड़ के चले जाने के बाद पुलिस अभिरक्षा में बीडीओ को प्रखंड कार्यालय से निकालकर ले जाया गया। बीडीओ कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थे।
दरअसल हाजीपुर के पटेढ़ी बेलसर में हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन के लिए वार्ड सदस्या को झांसे में लेकर मुखिया के द्वारा खाली चेक पर हस्ताक्षर करा लेने और इसमें बीडीओ की मिलीभगत के आरोप में ग्रामीणों ने बेलसर पंचायत के प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार की जमकर धुनाई कर दी गई.
महिलाओं काफी संख्या में बीडीओ कार्यालय में पहुंची और बीडीओ अशोक कुमार की लात-घूसों से पिटाई कर दी. वहीं, जनप्रतिनिधि महिलाओं के गुस्से को देखकर वहां से खिसक गए. मुखिया भी वहां से पहले ही फरार हो चुका था. घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई.
पुलिस के आने के बाद बीडीओ की जान बची. ग्रामीणों का कहना है कि उनका वार्ड हर घर नल का जल योजना के लिए चयन हो चुका है. बैंक खाते भी खुल चुके हैं. योजना की राशि खाते में भेजने से पहले पंचायत के मुखिया रवि किशन तथा बीडीओ अशोक कुमार ने झांसे में लेकर कई सादे चेक पर हस्ताक्षर करा कर अपने पास रख लिया.
वहीं, चेक मांगने पर दोनों एक-दूसरे के पास होने की बात बताते रहे. इसी बात पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. और बीडीओ कार्यालय पहुंचकर बीडीओ की जमकर पिटाई कर दी.
इस दौरान बेलसर ओपीध्यक्ष विष्णदेव दुबे, वैशाली थाना पुलिस एवं लालगंज सर्किल के पुलिस इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिन्हा मौके पर भीड़ को शांत करने में लगे रहे, लेकिन भीड़ समझने को तैयार नहीं थी. बाद में सीओ संदीप कुमार, प्रमुख पति धीरज सहनी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने वार्ड सदस्या एवं सचिव से बात की तथा जिस चेक के लिए बवाल हुआ था, उसे वापस करवा दिया.