फर्जी टिकट मामला: रोडवेज के 40 ट्रैफिक इंस्पेक्टर और असिस्टेंट ट्रैफिक इंस्पेक्टर पर लटकी निलंबन की तलवार
राज प्रताप सिंह,ब्यूरो लखनऊ
लखनऊ। परिवहन निगम तीन दर्जन से ज्यादा यातायात निरीक्षण व सहायक यातायात निरीक्षक भष्ट्र है। इन पर निलंबन की तलवार लटकी है। इनके ऊपर आरोप है कि अलीगढ़, मथुरा, हाथरस व सादाबाद रूट पर संचालित हो रही बसों में फर्जी टिकट यात्रियों को देकर रोडवेज को चूना लगाया जा रहा था। इस बात की जानकारी होने के बावजूद टीएस और एटीएस कार्रवाई करने के बजाए वहां से घूस लेकर चले आए।
एसटीएफ की जांच रिपोर्ट में मोबाइल फोन पर हुई बातचीत के बाद इस बात का दावा किया गया है कि क्षेत्रों से लेकर निगम मुख्यालय में तैनात रहे चेकिंग दल फर्जी टिकट मामले में शामिल थे। प्रबंध निदेशक पी गुरु प्रसाद ने बताया कि फर्जी टिकट मामले में जो भी अधिकारी कर्मचारी शामिल है। जिन्होंने जैसे भी काम किया है।
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उन पर उसी आधार पर कार्रवाई होती रहेगी। फिलहाल एसटीएफ की जांच में क्षेत्रों से लेकर निगम मुख्यालय पर तैनात टीएस व एटीएस फर्जी टिकट मामले में शामिल होने की पुष्ठि हुई है। इनके ऊपर क्षेत्रों में तैनात क्षेत्रीय प्रबंधक जल्द ही कार्रवाई करके अपनी रिपोर्ट निगम मुख्यालय को सौंपेंगे।
फर्जी टिकट मामले में अभी और खुलासे होंगे
दस वर्षो से रोडवेज को लूटने वाले अधिकारी से लेकर कर्मचारियों के शामिल होने के मामले में अभी और खुलासे होंगे। यह जानकारी देते हुए रोडवेज के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसटीएफ ने अपने खुलासे के पहले दो महीने तक वर्क किया था। जिसमें निगम मुख्यालय के दो वरिस्ठ अफसर सहित और भी अधिकारियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
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