सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट दरभंगा : जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ घनश्याम ने IMA दरभंगा और DMCH एलुमिनी एसोसिएशन के डॉ सुशील कुमार, डॉ भरत प्रसाद, डॉ रमन कुमार वर्मा, डॉ ओम प्रकाश, डॉ गौरी शंकर झा, डॉ आमोद कुमार झा, डॉ नवल किशोर साहू, डॉ कुणाल शंकर, डॉ भरत कुमार के साथ पूर्व विधायक भोला यादव के आवास पर जाकर डीएमसीएच की अस्मिता बचाने में उनके प्रयास के लिए साधुवाद दिया और कहा कि आप के प्रयास से ही यह संभव हो सका कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने डीएमसीएच के अस्मिता का संज्ञान लिया और एम्स के लिए अन्यत्र स्थान उपलब्ध कराने की पहल की।

डीएमसीएच मिथिला और आसपास के जिलों की जनता के लिए लाइफ लाइन है। मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री ने इसकी जिंदगी को बचाकर बहुत बड़ा काम किया है। एम्स के पुराने प्रस्ताव के क्रियान्वयन के बाद डीएमसीएच के लिए मात्र 16 एकड़ जमीन बच रही थी, जिसके कारण इसके रिकॉग्निशन पर भी खतरा था। उन्होंने कहा भोला यादव ने जो कार्य किया है उसके लिए JDA DMCH और दरभंगा की जनता हमेशा उनका ऋणी रहेगी।

आईएमए के प्रेसिडेंट डॉक्टर सुशील कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने यह निर्णय जनहित में लिया है और इसके लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं। अशोक पेपर मिल के परिसर में एम्स को ले जाने से न क्षेत्र से उस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा, बल्कि पहले से समस्याओं से जूझ रहे दरभंगा के यातायात पर संभावित दबाव का खतरा भी टल गया है।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉक्टर घनश्याम ने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज का एक बहुत ही सुनहरा अतीत रहा है और वर्तमान में भी बहुत अच्छा काम कर रहा है। अतः इसका अस्तित्व बचाना बहुत ही आवश्यक था। दरभंगा मेडिकल कॉलेज के छात्रों के हक में इससे बड़ा निर्णय नहीं लिया जा सकता था। हम सब दरभंगा में एम्स के आने से बहुत खुश हैं। यहां एम्स होने से मिथिला की जनता को बड़े बीमारियों के इलाज के लिए सुदूर जगह नहीं जाना पड़ेगा। परंतु एम्स के लिए डीएमसीएच को कुर्बान नहीं किया जा सकता।

साथ ही डॉ घनश्याम ने vip रोड से पूरब वाली जमीन जिस पर मिट्टी भराई गयी है , वहाँ DMCH के UG और PG स्टूडेंट्स के लिए मल्टीस्टोरी होस्टल और PLAY GROUND बनाने की मांग की। जिस पर भोला यादव ने अपनी सहमति प्रदान करते हुए कहा कि जल्द ही कैबिनेट मीटिंग के बाद इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
पूर्व विधायक भोला यादव ने कहा कि उनका जीवन ही दरभंगा की जनता की सेवा के लिए समर्पित है और वह शुरू से ही एम्स को दरभंगा मेडिकल कॉलेज के परिसर में लाने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे थे। उन्हें संतोष है कि मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री ने उनकी बात को तरजीह देते हुए एम्स को अशोक पेपर मिल के परिसर में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने JDA से आग्रह किया कि वह डीएमसीएच में जनता की सेवा में तन मन धन से जुटी रहें और सरकार भी डीएमसीएच के तेजी से विकास के लिए प्रयत्नरत रहेगी।