डेस्क : देश के विभिन्न हिस्सों में करवा चौथ की पूजा पूरे विधि विधान से संपन्न हुई। करवा चौथ का त्यौहार मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाने वाला त्यौहार है।
महिलाओं के समूह घर की छतों, बालकली और आंगन में खड़े होकर चांद को अर्घ्य दिया। चांद निकलने बाद व्रत करने वाली महिलाएं चांद को अर्घ्य दिया लेकिन कई इलाकों में निर्धारित समय से काफी देर बाद तक चांद देखने को मिला। व्रतधारियों को इस दौरान चांद निकलने का बेसब्री से इंतजार करते देखा गया। करवा चौथ की पूजा से पहले महिलाओं ने सोलह श्रृंगार किया। इससे पहले महिलाओं बाजार जाकर अपनी पंसद की चीजें खरीदीं ताकि वे करवा चौथ की पूजा विधिवत कर सकें।
पति की लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रहीं सुहागिनों ने चांद का दीदार होते ही अपने पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ा।