डेस्क : दिल्ली हाट की तर्ज पर झंझारपुर के अररिया संग्राम में लगभग 4 करोड़ की लागत से ‘मिथिला हाट (अर्बन हाट)’ प्रोजेक्ट की स्वीकृति हस्तशिल्प विभाग से मिल चुकी है. इसी वर्ष 20 जून को संजय झा ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी जी से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन दिया था. मिथिला हाट के अलावा मधुबनी के जितवारपुर में लगभग 8 करोड़ की लागत से क्रॉफ्ट विलेज विकसित करने की मंजूरी भी दी गई है.
जदयू नेता संजय झा ने कहा कि मिथिला की संस्कृति काफी संपन्न है. मिथिला हाट और क्राफ्ट विलेज से हमारी संस्कृति और सुदृढ़ होगी. राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिथिला हाट बनने से हमारी संस्कृति भी यात्रा करेगी. मिथिला की कला, संगीत, पेंटिंग से लेकर लजीज व्यंजनों से देश भर के लोग परिचित होंगे. राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले यात्री यहां विश्राम करने के लिए रुकेंगे और मिथिला की संस्कृति से रू-ब-रू होंगे. मैं माननीय मंत्री को पूरे मिथिला की तरफ से धन्यवाद देता हूं.
बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार जी की भावना भी मिथिला के सांस्कृतिक विकास की रही है. बिहार सरकार मधुबनी के सौराठ में ‘मिथिला चित्रकला संस्थान’ की स्थापना कर रही है. इसके जरिए लोग मिथिला पेंटिंग सीख सकेंगे.
पटना स्थित आयर्भट्ट यूनिवर्सिटी से उन्हें डिग्री दी जाएगी. इस कला को सीखने के लिए अभी तक किसी कोर्स तक की व्यवस्था नहीं थी.