जिलाधिकारी को मिली गोपनीय सूचना पर तहसील प्रशासन ने देर रात मारा छापा प्रशासन देख रह गया चौकन्ना
लखनऊ,उमेश सैनी
मोहनलालगंज।मोहनलालगंज में शिवशक्ति फ्लोर मिल में गोपनीय सूचना पर देर रात तहसील प्रशासन द्वारा छापा मारा गया जिसमें अनाज से भरी तीन सौ बोरी पकड़ी गयी।मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ के बुद्धेवर में स्थित एसएफसी गोदाम से निकला राशन कोटेदार के बजाए मोहनलालगंज के निजी फ्लोर मिल के गोदाम में पहुंचा दिया गया।
बाहर से ताला लगाकर बन्द गोदाम में सरकारी अनाज को दूसरी बोरियों में पलटकर कालाबाजारी की तैयारी हो रही थी। गोपनीय सूचना पर छापेमारी करने पहुंची प्रशासन की टीम गोदाम के अन्दर का मंजर देखकर सन्न रह गई।
मारी गई छापेमारी से गोदाम के अन्दर भगदड़ मच गई। मौके पर ढाई सौ से अधिक सरकारी अनाज की बोरी बरामद कर दो लोगों को हिरासत में लेकर जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई है।
उत्तर प्रदेश राज्य खाद्य एवं आवयक वस्तु निगम के लखनऊ के बुद्धेवर में स्थित गोदाम से कुल 300 बोरी सरकारी अनाज लेकर डीसीएम नंबर यूपी 33 टी 5257 आलमबाग की राशन दुकानदार चित्रारेखा के यहां पहुंचाने निकली थी लेकिन राशन माफिया की मिलीभगत से डीसीएम सरकारी अनाज लेकर मोहनलालगंज में लखनऊ-रायबरेली राजमार्ग पर बन्द पड़ी शिव शक्ति फ्लोर मिल पहुंच गई।
मिल के गोदाम में बाहर से ताला लगाकर अनाज को सरकारी बोरियों की सील खोलकर दूसरी बोरियों में पलटने की तैयारी चल रही थी। गुरुवार की आधी रात के करीब जिलाधिकारी कौलराज शर्मा को मिली गोपनीय सूचना पर उपजिलाधिकारी चन्दन कुमार पटेल ने तहसीलदार शंभू शरण और पुलिस बल के साथ शुक्रवार की सुबह तड़के करीब 3 बजे छापा मार दिया।
टीम मिल गोदाम के बाहर पहुंची तो ताला पड़ा देख कुछ देर के लिए उन्हें भी अन्दर सरकारी अनाज के गोरखधंधे का विश्वास न हुआ। लेकिन ताला तोड़कर अन्दर का मंजर देखकर अधिकारी भी भौचक्के रह गए।
अधिकारियों को देखते ही गोदाम में मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। कोई बाथरुम में घुस गया तो कोई टॉयलेट में छिपकर बैठ गया। मौके पर मिले मजदूरों की मदद से प्रशासन की टीम ने छिपकर बैठे मुंशी छबीकान्त और डीसीएम ड्राईवर संजीत को धर दबोचा।
फिर डीसीएम पर लदी और बाहर रखी सरकारी अनाज बोरियों की गिनती शुरू कराई गई। उपजिलाधिकारी चन्दन कुमार पटेल ने बताया मौके से करीब 270 सरकारी अनाज की बोरियां बरामद की गईं।
जिनमें से कुछ बोरियों की सील खुली है जबकि अधिकतर बोरियां सील हैं। मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी गई है। जिलाधिकारी के निर्देानुसार एफआईआर दर्ज कराई जाएगी