तस्करी की शराब के सहारे चुनाव में जीत की आस
लखनऊ,ब्यूरो:राज प्रताप सिंह-
बीकेटी।निकाय चुनाव में तस्करी की शराब का खेल जमकर चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शराब खरीदने के लिए प्रत्याशी दिल्ली और हरियाणा से शराब की खेप मंगा रहे हैं। इससे जहां प्रदेश सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है, वहीं आबकारी और पुलिस अधिकारी मौन बैठे हैं। हालांकि छोटी-मोटी कार्रवाई अब तक विभाग के अधिकारियों ने की है।
चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, उतनी तेजी से शराब का इस्तेमाल भी चोरी-छिपे चल रहा है। बीकेटी व इटौंजा क्षेत्र में कई स्थानों पर शाम ढलते ही प्रत्याशियों के समर्थकों की चौकड़ी जम जाती हैं और जाम के दौर शुरू हो जाते हैं।
दिल्ली और हरियाणा में शराब सस्ती होने के कारण कई प्रत्याशियों ने शराब के तस्करों से संपर्क कर सस्ते दामों पर शराब मंगवा कर मतदातओं को बांटनी शुरू कर दी है। सूत्र बताते हैं कि जैसे-जैसे चुनाव की तिथि और नजदीक आ रही है शराब की खपत भी शहर में बढ़ रही है।
शराब के शौकीन लोग भी शाम ढलते ही प्रत्याशियों के कार्यालय पर धमक जाते हैं और क्षेत्र से भारी संख्या में मत दिलाने के सपने दिखाकर समर्थकों के लिए शराब की मांग करने लगते हैं। मजबूरी में प्रत्याशी को चुनाव जीतने के लिए किसी तरह व्यवस्था तो करनी ही पड़ रही है। नगर पंचायत बीकेटी व इटौंजा में शराब का खेल शुरू हो चुका है, लेकिन आबकारी और स्थानीय पुलिस विभाग की टीम इसे रोकने के प्रति गंभीर नहीं हैं। इसी का परिणाम है कि शराब तस्कर चुनाव आते ही सक्रिय हो गए हैं।
चुनाव में शराब का इस्तेमाल किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। सभी थाना प्रभारियों और पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि तस्करी की शराब लाने और वितरण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।