बीकेटी/लखनऊ (राज प्रताप सिंह) : अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते हौसला पोषण योजना बख्शी का तालाब विकासखंड के 280 आंगनबाड़ी केंद्रों पर परवान नहीं चढ़ पा रही है। जिससे केंद्रों से गर्भवती महिलाएं एवं कुपोषित बच्चे भूखे पेट लौट रहे हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा इस योजना में लगातार लापरवाही बरते जाने के चलते बख्शी का तालाब विकासखंड क्षेत्र के आधे से अधिक केंद्रों पर ग्राम प्रधान एवं कार्यकत्रियां बिना योजना के संचालन के ही खाते में से धन निकाल कर आपस में बंदर बांट कर योजना को प्रतिमा लाखों की चोट दे रहे हैं ।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री ड्रीम प्रोजेक्ट हौसला पोषण योजना का शुभारंभ गत वर्ष 10 अगस्त को किया गया था किन्तु जिला कार्यक्रम अधिकारी व सुपरवाइजरों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते बख्शी का तालाब विकासखंड के 103 गांवो तथा बीकेटी नगर पंचायत इटौंजा नगर पंचायत व महोना नगर पंचायत के अंतर्गत 280 आंगनवाड़ी केंद्रों पर या योजना सिर्फ कागजों पर संचालित हो रही है इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को पका पकाया खाना,फल, दही है और कुपोषित बच्चों को घी दिया जाना है। संवाददाता ने ग्राम पंचायत कठवारा के आंगनवाड़ी केंद्रों मदारीपुर मझोरिया पर्वतपुर सहित क्षेत्र के कई केंद्रों पर जाकर जब सरकार की अति महत्वपूर्ण इस योजना के संचालन की हकीकत की पड़ताल की तो ग्रामीणों ने बताया कि योजना के संचालन के लिए केंद्रों पर प्रतिमाह पैसा तो आता है लेकिन केंद्रों पर योजना का संचालन न कर प्रतिमा केंद्रों पर सुपरवाइजरों कार्यकत्रियों व ग्राम प्रधानों द्वारा आपसे में सांठगांठ कर हौसला पोषण योजना का संचालन न कर प्रतिमाह आने वाले धन का आपस में बंदर बांट किया जा रहा है।