आक्रोशित छात्रों ने महाविद्यालय के फर्नीचर को भी क्षतिग्रस्त किया
एकंगरसराय। प्रायोगिक परीक्षा को गृह केंद्र में रखे जाने को लेकर बुधवार को लाल सिंह त्यागी ग्रामीण महाविद्यालय औंगारीधाम के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने महाविद्यालय में रखे कुछ टेबल बेंच को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और सरकार के निर्णय के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित छात्र आलोक कुमार पांडेय, अनूप कुमार, गुडु कुमार, सुदर्शन कुमार, कुंदन, चंदन, सोनाली, शुभलता, काजल, अनुपा कुमारी, नेहा कुमारी, आशीष रंजन समेत दर्जनों छात्र-छात्राओं ने बताया कि महाविद्यालय में जब समृद्ध, सुसज्जित उपकरणों से लैस प्रयोगशाला है, तो इसके लिए अलग से केंद्र बनाने का कोई औचित्य नहीं है। सरकार को सिर्फ छात्र-छात्राओं को जानबूझकर परेशान कराने की मंशा है। ग्रामीण क्षेत्र के इस महाविद्यालय में अधिकांश छात्र छात्राएं गरीब व असहाय तबके के है जो अपने अपने घरों से आकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। लोगों ने कहा कि सरकार डिग्री महाविद्यालय को ससमय उसकी जाँच करवा लें और सक्षम महाविद्यालय को प्रायोगिक परीक्षा को गृह केंद्र में ही बनाया जाना चाहिए, जो महाविद्यालय साधना विहीन है। वैसे महाविद्यालय के प्रायोगिक परीक्षा केंद्र के बारे में हमलोगों को कुछ नही कहना है। 30 वर्ष पूर्व से ही प्रायोगिक परीक्षा का गृह केंद्र रहा है। यदि सरकार हमलोगों की मांगो पर विचार नही की तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा और पुतला दहन कार्यक्रम चलाया जायेगा। आने वाले समय मे इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। इस संबंध में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ वीरेन्द्र प्रसाद सिन्हा ने बताया कि छात्र-छात्राओं का टेस्ट परीक्षा चल रहा था कि अचानक छात्र छात्राओं ने आक्रोशित होकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए प्रयोगिक परीक्षा का गृह केंद्र का मांग करते हुए महाविद्यालय में उत्पात मचाने लगे। जिसमें कुछ फर्नीचर भी क्षतिग्रस्त हो गये है। परीक्षा नियंत्रक प्रो लवकुश प्रसाद, वीक्षक प्रो कमला कुमार सिन्हा, प्रो अनिल कुमार के समझाने के बाद आक्रोशित छात्र छात्राओं का गुस्सा शांत हुआ। प्रभारी प्राचार्य डॉ सिन्हा ने बच्चों को आश्वस्त कराया कि आपकी मांगो को मंत्री, सांसद, विधायक समेत विभाग के आलाधिकारी तक पहुँचाने का काम करूंगा।