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बिहार बोर्ड :: मैट्रिक परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव, 40 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के लिए अब ओएमआर शीट

डेस्क : मैट्रिक और इंटर आर्ट्स में इस बार से ओएमआर लागू किया जा रहा है। प्रश्नों के स्वरूप कैसे होंगे, इसको लेकर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा। 2018 की बोर्ड परीक्षा से इसे लागू किया जायेगा। मैट्रिक में अब ओएमआर शीट पर परीक्षा ली जाएगी। छात्रों को वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा। बिहार बोर्ड ने मैट्रिक परीक्षा में पहली बार यह बदलाव किया है। नए पैटर्न के अनुसार 40 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा। शेष 60 अंक के लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होंगे जिनके लिए पूर्व की भांति उत्तर पुस्तिका मिलेगी। कुल 100 अंकों के लिए परीक्ष्रा ली जाएगी।

मैट्रिक में नया बदलाव ऐसा
गणित, एडवांस गणित, हिंदी और अंग्रेजी के 100 अंकों वाले इन विषयों में 40 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे जिनका उत्तर ओएमआर पर देना होगा प्रैक्टिकल वाले विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में 32 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न ओएमआर पर पूछे जाएंगे 40 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्न मल्टीपल च्वाइस बेस्ड होंगे ।

वहीं इंटर आर्ट्स और भाषा विषय में भी वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के लिए ओएमआर शीट  पर परीक्षा देनी होगी। इसके पहले इंटर साइंस और कॉमर्स में ही वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जाती थी। मैट्रिक और इंटर के परीक्षा पैटर्न में बदलाव की यह कवायद छात्रों के बेहतर अंक और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रारंभ से ही तैयार करने में मदद के लिए की जा रही है। 2018 की मैट्रिक और इंटर परीक्षा इसी नए पैटर्न पर कराने की तैयारी है।

इंटर में पांच प्रकार के रहेंगे वस्तुनिष्ठ प्रश्न: 

नए पैटर्न के अनुसार अब इंटर के तीनों संकायों साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के पांच प्रकार होंगे। इससे पहले एक ही प्रकार के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते रहे हैं।

ये हैं पांच प्रकार

टाइप 1 – चार विकल्प में से एक सही चुनना होगा
टाइप 2 –  चार में से दो या दो से अधिक सही हैं
टाइप 3 –  कथन और कारण
टाइप 4 –  मिलान करना
टाइप 5 –  कंप्रिहेंसिव

50 शिक्षकों ने मिलकर तैयार किया है परीक्षा पैटर्न 

बोर्ड ने परीक्षा का नया पैटर्न 50 शिक्षकों की टीम से तैयार करवाया है। टीम में पटना विश्वविद्यालय व अन्य विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद शामिल हैं। हर विषय के लिए लगभग पांच शिक्षक रखे गए थे। इन शिक्षकों ने समिति को 2009 में लागू परीक्षा पैटर्न पर ही परीक्षा लेने की सलाह दी। इसके अलावा कुछ अन्य बदलाव भी किए गए हैं। मौके पर बोर्ड के सचिव अनुप कुमार सिन्हा, शैक्षणिक निदेशक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के परीक्षा नियंत्रक मौजूद थे। परीक्षा पैटर्न को लेकर पहली बैठक 11 सितंबर और दूसरी बैठक 17 सितंबर को समिति कार्यालय में हुई थी।

चार साल में तीन बार बदला इंटर का परीक्षा पैटर्न 

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात कह समिति ने पिछले चार साल में तीन बार परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है। बदलाव की शुरुआत 2009 में तत्कालीन अध्यक्ष एकेपी यादव ने की थी। चार साल इसी पैटर्न पर इंटर की परीक्षा हुई। उसके बाद 2014 की परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न में बदलाव किया गया। इससे रिजल्ट काफी कम हुआ। इसके बाद 2015 में तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने 40 अंक पर मल्टीपल च्वाइस वाले प्रश्न की शुरुआत की। इसके बाद फिर 2018 में पैटर्न बदलने की तैयारी चल रही है।

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