वीरपुर (बेगूसराय)/धर्मेन्द्र कुमार-संवाददाता: मुजफरा निवासी मो. नजरे आलम के साढ़े चार वर्षीया पुत्री जाहिरा प्रवीण के दोनों पैर एवं गर्दन में पोलियो के लक्षण दिखे। उसे ईलाज हेतु जब सरकारी अस्पताल ले जाया गया तो उसका जांच एवं ईलाज करने के बदले एक प्राइवेट चिकित्सक के यहां रेफर कर दिया गया। अब उसके ईलाज के लिए परिजन प्राइवेट चिकित्सक के यहां भटक रहे हैं। इस संबंध में पीड़िता की मां सबिना खातून ने बताया कि करीब तीन माह पूर्व बच्ची में पोलियो के लक्षण दिखे, उसे सदर अस्पताल एवं पीएचसी वीरपुर ले जाया गया पर ईलाज नहीं किया गया। जिसके कारण बथौली में एक निजी चिकित्सक से ईलाज करा रही हूं। इस संबंध में पूछे जाने पर वीरपुर पीएचसी प्रभारी डा. सुशील कुमार गोयनका ने कहा कि मुझे उस मरीज के बारे में कोई पता नहीं है। ऐसे बिना टूल्स जांचे पोलियो है या नहीं बताया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि उस मरीज के ईलाज के लिए आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। सरकारी अस्पताल में पीड़िता का ईलाज नहीं किया जाना स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही प्रतित हो रही है।
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