दरभंगा : जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत दरभंगा के बड़े-बड़े तालाबों में नीचे मछली ऊपर बिजली के तर्ज पर फ्लोटिंग सोलर एनर्जी प्लांट संस्थापित करने की दिशा में कार्रवाई तेज हुई है। राज्य सरकार के निदेश पर फ्रांस की कम्पनी ई.डी.एफ.के बिजनेस हेड राजीव तिवारी ने जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. से कार्यालय प्रकोष्ठ में भेंटकर दरभंगा जिला में सोलर एनर्जी उत्पादन की अपार संभावना के बारे में बताया ।
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जिलाधिकारी ने बताया कि दरभंगा जिला में बहुत बड़े-बड़े तालाब है, जिसमें सालो भर पानी रहता है। इन तालाबों में मत्स्य पालन के साथ-साथ सोलर विद्युत ऊर्जा उत्पादन की बड़ी संभावना है।
जिलाधिकारी के निदेश पर ई.डी.एफ. के बिजनेस हेड एवं कार्यपालक अभियंता, विद्युत प्रमंडल शहरी के द्वारा फ्लोटिंग सोलर पावटर प्लांट संस्थापित करने हेतु नगर में अवश्थित हराही पोखर सहित तीन तालाबों का निरीक्षण किया गया।
कार्यपालक अभियंता, विद्युत (शहरी) ने बताया कि प्रत्येक तालाब में 2 से 3 मेगावाट बिजली उत्पादन की संभावना है। सभी प्लांटो के सफलापूर्वक संस्थापित कर दिये जाने के उपरांत जिला में 09 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन किया जा सकेगा। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि यह प्रोजेक्ट अभी प्रारंभिक दौर में है। इस प्रोजेक्ट की लागत 30 से 45 करोड़ तक होगी।