दरभंगा : सरकार के मुख्य सचिव द्वारा गुरूवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से राज्य के बाहर से आये प्रवासी कामगारों के लिये जिला में संचालित क्वारंटाइन केन्द्रों के स्थिति की समीक्षा किया गया । उन्होंने कहा है कि ए केटोगरी सिटी/रेड जोन से आये हुए सभी प्रवासी व्यक्तियों / कामगारों को अनिवार्य रूप से 14 दिनों तक प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन किया जाये। इसमें रेड जोन से आने वाली महिलाएँ भी शामिल होगी।
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उन्होंने कहा है कि क्वारंटाइन केन्द्रों में प्रवासी लोगो को सभी बुनियादी सुविधाएँ तुरंत उपलब्ध करा दी जाय। ताकि उन्हें वहां रहने में कोई कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। उन्होनें कहा है कि रेड जोन सिटी से जो लोग आ गये हैं एवं आगे भी आने वाले होगें, उन सभी व्यक्तियों की गहन स्क्रीनिंग कराइ जाये। उनमें से किसी भी व्यक्ति में कोरोना का लक्षण दिखे तो तुरंत उसे आइसोलेट कर उसकी जाँच कराई जाये। ताकि संक्रमण फैलने का खतरा न रहे। कहा है कि बहुत से प्रवासी कामगारों को होम क्वारंटाइन में भेजा गया है। उन लोगों को भी पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर गहन स्क्रीनिंग कराई जाये एवं कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों को आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट कराकर उनके सैंपल लेकर जॉच कराई जाये।
उन्होंने कहा कि हाई रिस्क जोन से आने वाले अधिक से अधिक सिम्पटोमेटिक व्यक्तियों की पहचान कर जाँच करा लिया जाना अत्यंत जरूरी है।
मुख्य सचिव ने जिला में आइसोलेशन वार्ड की क्षमता बढ़ाने एवं प्रखंड स्तर पर भी आइसालेशन वार्ड विकसित करने को कहा है।
समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी दरभंगा डॉ त्यागराजन एस. एम. द्वारा बताया गया कि होम क्वारंटीन किये गये सभी प्रवासी कामगारों के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग कराने की कार्य योजना तैयार कर ली गयी हैं. बताया कि प्रखंड क्वारंटीन में ठहरे हुए सभी प्रवासी कामगारों की स्क्रीनिंग कराई जा रहीं हैं तथा सिम्पटोमेटिक व्यक्तियों के सैंपल लेकर जाँच भी कराई जा रहीं हैं.
उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय एवं प्रखंड मुख्यालयों में आइसोलेशन वार्ड की क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा हैं. कहा कि जिला में वर्तमान में लगभग 750 बेड की क्षमता उपलब्ध हो गया हैं. इसमें डीएमसीएच परिसर अवश्थित बीएससी नर्सिंग हॉस्टल एवं कॉलेज में संस्थापित आइसोलेशन वार्ड में 410 बेड की क्षमता शामिल हैं. इसके अलावा विभिन्न होटल्स, एएनएम स्कूल बेनीपुर /बिरौल / जाले, जे एन वी में गठित आइसोलेशन वार्ड में बेड की पर्याप्त क्षमता मौजूद हैं.
मुख्य सचिव ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों को रोजगार प्रदान करना सबसे जरूरी है। स्थानीय स्तर पर उन्हें उनके हुनर के हिसाब से रोजगार प्राप्त होने पर वे यहां स्थाई तौर पर रहने की सोंच सकते हैं, ऐसा होने से मजदूरों के पलायन पर रोक लग सकेगी ।
उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार सभी छूटे हुए पात्र परिवारों को राशन कार्ड मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए जिला में अभियान चलाकर छूटे हुए प्रवासी/स्थाई पात्र परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध करा दी जाये।
इस वीसी में डीएम सहित एसएसपी बाबू राम, सिटी एसपी योगेंद्र कुमार, डीडीसी कारी प्रसाद महतो, सिविल सर्जन डॉ संजीव कुमार सिन्हा, आपदा प्रभारी पुष्पेश कुमार, डीआईओ राजीव झा आदि सम्मिलित हुए.