लखनऊ राज प्रताप सिंह (उ०प्र०) – राजधानी के महानगर थानाक्षेत्र मे बदमाशों से लोहा लेने वाली बहादुर महिला की ट्रामा सेंटर मे मौत हो गयी । विदित हो बीते 6 फरवरी की शाम महानगर के क्लासिक चौराहे के समीप बदमाशों से लोहा लेते वक़्त लखनऊ की मर्दानी बुरी तरह घायल हो गयी थी, जिनका ट्रामा सेंटर मे इलाज़ चल रहा था । 12 फरवरी देर रात मर्दानी जिंदगी की जंग हार गयी । वहीं पुलिस इस पूरे प्रकरण मे बदमशों से कोसों दूर है, पुलिस पर आरोप है की पुलिस ने बदमाशों की धर पकड़ की कोशिश तक नहीं की। पुलिस ने आस पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फूटेज चेक करने की जहमत तक नहीं उठाई जिसके वजह से बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर है
क्या था पूरा मामला ?
बीते 6 फरवरी की शाम आशा चौहान (59) पत्नी मुन्नाधारी चौहान निवासिनी 8/391 विकास नगर लखनऊ , अपनी बेटी रूपाशी चौहान के साथ स्कूटी से एक समारोह मे सम्मिलित होने महानगर स्थित कुंती कन्हैया कुटीर जा रही थी। स्कूटी रूपाशी चौहान चला रही थी, दोनों महानगर स्थित क्लासिक चौराहे पहुँचे थे तभी बाइक सवार दो बदमाश आशा से उनका पर्स छिनने की कोशिश करने लगे, आशा चौहान मर्दानी का परिचय देते हुये बदमशों से भीड गयी। इस दौरान आशा देवी बुरी तरह घायल हो गयी व बेटी रूपाशी चौहान भी चोटिल हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस मुकदर्शक बनी रही, मौके पर पहुँचे परिजन आशा को अपने निजी वाहन से ट्रामा सेंटर पहुंचाए। जहां इलाज़ के दौरान 12 फरवरी की रात आशा ने दम तोड़ दिया ।
पुलिस पर गंभीर आरोप।
महानगर पुलिस राजधानी की सबसे सुस्त पुलिस साबित हो रही है। महानगर पुलिस बीते दिनों महानगर थानाक्षेत्र से हुये एक करोड़ लूट का खुलासा करने से कोसों दूर है वहीं इस प्रकरण मे भी पुलिस सीसीटीवी फूटेज तक नहीं खंघाली ना ही बदमाशों का पता लगाने की कोशिश की है। पुलिस पर यह भी आरोप है की बुरी तरह घायल मर्दानी सड़क पर घंटो तड़पती रही पुलिस मुकदर्शक बनी रही। पुलिस घायल को ट्रामा सेंटर भी नहीं पहुंचाई ।