इटावा(चरकनगर)रिपोर्टर:डॉ.एस.बी .एस.चौहान : थाना क्षेत्र के ग्रामसभा नौगांवा में स्वर्गीय रामदत्त शुक्ला स्वर्गीय जगत नारायण शुक्ला व स्वर्गीय प्रेम नारायण शुक्ला की पुण्य स्मृति में उनके भ्राता व पुत्र गणों ने उनकी शांति हेतु श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सत्संग समारोह का आयोजन किया जिसका विधिवत आज समापन किया जा रहा है इस कार्यक्रम में हजारों की तादाद मैं भक्तों ने अमृतमई कथा का श्रवण श्रीमद भागवत प्रवक्ता आचार्य पंडित गोविंद जी मिश्र विश्राम घाट मथुरा के मुखारविंद से किया।
श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सत्संग समारोह का कार्यक्रम 27 अक्टूबर से शुरू होकर 3 नवंबर तक चलने का कार्यक्रम था यमुना की कगारों में स्थापित गांव नौगांवा जहां पर हजारों श्रद्धालु भक्तों ने उपस्थित होकर कथामृत पान कर अपने जीवन को सफल बनाने के हेतु उपस्थिति दर्ज कराई | श्रीमद् भागवत प्रवक्ता आचार्य पंडित गोविंद जी मिश्र गौ सेवार्थ आनंद आश्रम श्रीधाम विश्राम घाट मथुरा को परिक्षित श्री जगदीश नारायण शुक्ला व उनके परिजनों ने विशेष अनुनय-विनय करके भगवताचार्य को नौगांवा में बुलाया, जहां पर आकर उन्होंने समस्त माताओं बहनों बंधुओं और श्रद्धालु भक्तों को अमृतमई बहती गंगा में गोता लगाने का अच्छा खासा मौका दिया कथामृत पान कराने में भगवताचार्य की कला वह थी कि जो हर एक कथावाचक के पास उपस्थित नहीं होती है भगवताचार्य पंडित श्री मिश्रा ने एक भैंट के दौरान बताया कि मैंने अध्ययन करने के बाद इस भागवत पुराण की तरफ विशेष रुचि बढ़ी यह हमारे पूज्य माता-पिता और गुरु आश्रम का आशीर्वाद है कि जिसके चलते मैं भागवत कथा पढ़ने में आज जो महारत हासिल की है और जो अपनी सरसमयी वाणी से लोगों को प्रेरित किया है यह सब पूज्य माता पिता और गुरुदेव का आशीर्वाद है|मैंने अपने जीवन में कभी किसी को पीड़ा नहीं दी अपने मुखारविंद से कभी किसी से कटु वचन नहीं कहा उसी का फल है कि आज इस भागवत कथामृत पान करने के लिए हजारों की तादात में हमारे श्रद्धालु भक्त मौजूद हैं और इतना ही नहीं यह श्रद्धालु भक्त इतनी शांतिप्रिय माहौल में कथा का श्रवण कर रहे हैं कि कहीं शोरगुल नाम की कोई चीज नहीं दिखाई देती है भागवताचार्य ने मीडिया को बताया की कि मैंने अपने मुखारविंद से कभी किसी को कटु वचन नहीं कहा और गौ सेवा करना और उपदेश देकर धर्मार्थ काम करवाना यही हमारी अहम भूमिका है और यही ईश्वर से विनय करता हूं कि सदैव सत्य मार्ग पर चलता हुआ धर्मार्थ कार्य करता रहूं और ऐसे ही उपदेश देकर समाज को धर्म की तरफ मोड़ने का सतत प्रयास करता रहूँ| ग्राम प्रधान नौगांवा धर्मेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मैंने कथा के आयोजन तो बहुत देखे हैं कभी इस तरीके का प्रोग्राम नहीं देखा शुक्ला परिवार ने अपने सभी परिजनों को एक साथ लेकर बहुत अच्छी व्यवस्था जुटाई और उनकी मनोभावना यह थी कि किसी भी द्वेष भावना से दूर हटकर सभी श्रद्धालु भक्त कार्यक्रम में शामिल हों तो इतना ही नहीं सभी लोग कार्यक्रम में शामिल हुए और शुक्ला जी का जो भी सहयोग हमारे ग्राम वासियों की तरफ से बना वह किया गया ।
परीक्षित जगदीश नारायण शुक्ला ने ग्राम वासियों की तरफ से वह क्षेत्र वासियों की तरफ से मिले अभूतपूर्व सहयोग के लिए सब का आभार जताया और धन्यवाद भी दिया|