लखनऊ (उ०प्र०) इटौंजा थाना पुलिस व लेखपाल की मदद से हो रहा मिट्टी का खनन।
बख्शी का तालाब, लखनऊ। तहसील बख्शी का तालाब के अंतर्गत इटौंजा थाना क्षेत्र में माल रोड पर हरदा व बलसिंह पुर सहित कई गांव में तहसील प्रशासन एवं स्थानीय पुलिस की कृपा से खनन माफियाओं द्वारा तीन माह से रात में किया जा रहा पीली मिट्टी का अवैध खनन थमने का नाम नहीं रहा है। हालांकि अवैध खनन पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा कड़ा रुख अपनाये जाने के बाद जिला प्रशासन एवं तहसील प्रशासन ने दिखावटी तौर पर तो अवैध खनन पर रोक लगा दी और गाहे-बगाहे एक आध डंपर व ट्राली ट्रैक्टर को सीज कार कार्यवाही भी कर रही है। गत शनिवार को पुलिस द्वारा उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मड़ियांव, बीकेटी क्षेत्रों में खनन कर पीली मिट्टी ले जा रहे कई डंपरों को सीज कर कार्यवाई भी की थी ।लेकिन इसके बावजूद भी पीली मिट्टी के अवैध खनन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसका प्रमाण बीकेटी एवं मडियावाँ, वा इटौंजा क्षेत्र में नव विकसित कालोनियों में निर्माणाधीन मकान हैं। इन निर्माणधीन मकानों में प्रतिदिन रात के अंधेरे में खनन माफियाओं द्वारा प्रति डंपर चार या पांच हजार रूपये के हिसाब से सैकड़ों डंपर पीली मिट्टी स्थानीय पुलिस की सरपरस्ती में सप्लाई की जा रही है। पुलिस पीली मिट्टी ले जा रहे डंपरों एवं ट्रैक्टर ट्रॉलियों को यदि रात में पकड़ती भी है तो अवैध सुविधा शुल्क लेकर उन्हें छोड़ देती है। गत दिनों इटौंजा थाना पुलिस ने यही कृत्य किया था। जिससे स्थानीय लोगों में पुलिस के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया था। मालूम हो कि बख्शी का तालाब, इटौंजा, जानकीपुरम क्षेत्र में नव विकसित विभिन्न कालोनियों में सैकड़ों मकान निर्माणाधीन है इन मकानों के मालिक मकानों में पटाई के लिए खनन माफियाओं के खुलेआम पीली मिट्टी चार से पांच हजार रुपए प्रति डंपर खरीद रहे हैं ।मकान मालिकों से बयाना होने के बाद यह खनन माफिया रात के अंधेरे में जेसीबी से डंपरों में मिट्टी भरकर मकानों पर पहुंचाकर अपनी व तहसील एवं स्थानीय पुलिस की जेबे भर रहे हैं। और यदि उप जिलाधिकारी बीकेटी की बात पर यकीन करें तो सवाल उठता है की क्षेत्र में निर्माणाधीन सैकड़ों मकानों की पटाई के लिए प्रयोग की जा रही इतनी पीली मिट्टी मकान मालिकों के पास कहां से आ रही है और जिलाधिकारी ने क्षेत्र में हो रहे पीली मिट्टी के अवैध खनन को रोकने के लिए अपने मातहतों को कड़े निर्देश भी दे रखे हैं। बावजूद इसके तहसील के दर्जनों गांव में पीली मिट्टी का अवैध खनन जारी है। इसका प्रमाण क्षेत्र के अंतर्गत कस्बों एवं उसके आसपास के इलाकों में नव विकसित कालोनियों में निर्माणाधीन मकानों के सामने एकत्रित पीली मिट्टी के ढेर हैं। बीकेटी जानकीपुरम एवं इटौंजा क्षेत्र में इस समय नए मकानों के निर्माण तेजी से हो रहे हैं इन मकानों में पटाई के लिए उपयोग की जाने वाली पीली मिट्टी कहां से आ रही है। और यह किसकी जमीन से आ रही है क्या पीली मिट्टी जहां से खनन कर लाई जा रही है उसके खनन का वैध परमीशन है।
यदि परमिशन है तो इसको खनन का परमीशन कौन दे रहा है। यह सब बातें तहसील क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन की चुगली कर रहे हैं सूत्रों के अनुसार इटौंजा थाना क्षेत्र के अंतर्गत लगभग रोज पीली मिट्टी का अवैध खनन रात के अंधेरे में जेसीबी व डंपरों से स्थानीय इटौंजा थाना पुलिस व लेखपाल की मिलीभगत से दिन दूनी रात चौगुनी की तर्ज पर खुलेआम फल-फूल रहा है और इस धंधे में लगे लोग अपने साथ-साथ तहसील एवं पुलिस अफसरों की जेबें भर मालामाल हो रहे हैं।
और जब स्थानीय निवासी इस अवैध मिट्टी के खनन का विरोध करते हैं। तो स्थानीय इटौंजा पुलिस पुलिस दिखावटी तौर पर मिट्टी से लदी गाड़ियों को थाने तक तो ले जाती है लेकिन लाखों रुपए लेकर मिट्टी से भरे डम्फरों की चाभी खनन माफियाओं को बाइज्जत वापस दे दी जाती है।