डेस्क : दरभंगा जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने मतदाता सत्यापन कार्य में संतोषजनक प्रगति नहीं रहने के कारण इसके लिए जवाबदेह बीएलओ पर कारवाई का आदेश दिया है।
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
- Meet one of Bihar’s youngest entrepreneur RAJESHWAR RANA
- लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों को संरक्षण दे रहा है केंद्र सरकार – डॉ मुन्ना खान
- मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान
- कई सीनियर IAS अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट…
अधिकृत रूप से दी गयी जानकारी के अनुसार मतदाता सत्यापन कार्य की प्रगति जिला में संतोषजनक नहीं हैं। इस का मुख्य वजह बीएलओ द्वारा मतदाता सत्यापन कार्य में अभिरूचि नहीं लिया जाना बताया गया है। मतदाता सत्यापन कार्य में अभिरूचि नहीं लेने वाले ऐसे बूथ लेवल आॅफिसर को चिन्ह्ति कर लिया गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने सभी ईआरओ-एईआरओ को कर्तव्यहीन बीएलओ के विरूद्ध कड़ी अनुशासनिक कारवाई करने हेतु प्रस्ताव भेजने का निदेश दिया है।
बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेर्शानुसार मतदाता सत्यापन कार्य (ईवीपी) किया जाना हैं। उक्त आदेश के अलोक में ही सभी निर्वाचकों का भौतिक सत्यापन करने हेतु बीएलओ को निदेश जारी किया गया है। गौरतलब हैं कि मतदाता सत्यापन कार्य हेतु एक मोबाईल एप विकसित किया गया है। सभी बीएलओ को अपने मोबाईल में इस एप को अपलोड करके अपने क्षेत्रान्तर्गत निर्वाचकों का सत्यापन करना है और इसकी प्रविष्टि एप पर की जानी है। मतदाता सत्यापन कार्य की प्रगति की समीक्षा में पाया गया कि दरभंगा जिला में अबतक मात्र 15 प्रतिशत निर्वाचकों का ही बीएलओ द्वारा सत्यापन किया गया है, जो अत्यंत कम है। मामले की गंभीरता और बढ़ गई है कि कुल 2755 बीएलओ के विरूद्ध मात्र 158 बीएलओ ने ही बीएलओ एप का उपयोग किया है, जो अत्यंत निराशाजनक है।
जिलाधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने जो बीएलओ मतदाता सत्यापन का कार्य नहीं कर रहे हैं। उनके खिलाफ कड़े अनुशासनिक कारवाई करने हेतु प्रस्ताव भेजने का निदेश सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को दिया गया है। उन्होंने यह निदेश कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित बैठक में दिया है। साथ ही सभी बीएलओ को 30 अक्टूबर तक अपने लक्षित निर्वाचकों के आधे यानि 50 प्रतिशत निर्वाचकों का बीएलओ एप से सत्यापन करके प्रतिवेदन भेजना सुनिश्चित करने का सख्त निदेश दिया गया है।
बैठक में उपस्थित सभी ईआरओ-एईआरओ को मतदाता सत्यापन कार्य को तीव्र गति से पूरा करने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर का आयोजन कराने एवं सत्यापन कार्य का दैनिक अनुश्रवण करने को कहा गया है। उप निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी बीएलओ को बीएलओ एप का प्रशिक्षण पूर्व में दिया गया था। अगर किसी बीएलओ को एप के संदर्भ में कोई कठिनाई होती है तो वे मास्टर ट्रेनर से संपर्क कर समस्या का निदान कर लें।