राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सत्ता के संरक्षण के चलते ‘भाजपा राज‘ में अपराध का डंका बज रहा है। पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था के बाद भी राजधानी लखनऊ में ताबड़तोड़ हत्याएं हो रही हैं। कानून व्यवस्था जस की तस हैं। हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं रोज दहलाती हैं। मुख्यमंत्री शायद यही रामराज्य प्रदेश में स्थापित करना चाहते हैं!
अखिलेश यादव ने कहा कि राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े दो हत्याओं से लोग आतंकित हो उठे हैं।
लखनऊ के गोमतीनगर में कार से निकालकर भीड़ के सामने ही युवक की चाकू मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। चौक में एक एजेंसी के कर्मचारी की लूट के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस गश्त, पीआरवी और थाना चौकियों के बीच से अपराधी निश्चिंत होकर फरार हो जाते हैं।
गोंडा में खेत की रखवाली करने गए युवक की गला काटकर हत्या कर दी गई। अयोध्या में जिला पंचायत सदस्य की पुत्री पर उसी के घर में एक युवक ने चाकू से हमला कर दिया। हमलावर ने तमंचे से फायर कर दहशत फैलाईं। गुडम्बा में डंडा मार कर बदमाशों ने ई-रिक्शा चालक की पिटाई कर नकदी लूट ली और उसको लहूलुहान कर दिया। बहराइच में थाना कैसरगंज में बदमाश ने एक व्यक्ति के बैंक से निकलते वक्त उसके रुपये लूटकर फरार हो गए।
सपा अध्यक्ष ने कहा, अजीब हाल है कि राजधानी पुलिस कमिश्नर भी अब तक कोई करिश्मा नहीं कर पाए हैं। नए डीजीपी साहब तो आते ही टॉपटेन अपराधियों की खोज में लग गए हैं जबकि मुख्यमंत्री का दावा है कि अपराधी या तो जेलों में है अथवा प्रदेश के बाहर चले गए हैं। राज्यपाल ने तो विधानसभा में सरकार की प्रशंसा करने में कोताही नहीं बरती। बेहतर होता कि वे यह भी जानकारी कर लेती कि भाजपा सरकार से जनता कितनी दुखी है ? भाजपा राज में उत्तर प्रदेश ‘हत्या प्रदेश‘ ही नहीं बना है, देश-दुनिया में उसकी बदनामी भी कम नहीं है।