दरभंगा : लोगों ने शराबबंदी के समर्थन में श्रृंखला बनाई। इसके लिए स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स के साथ सैकड़ों लोग शामिल हुए। श्रृंखला में ज्यादातर महिलाएं व युवाओं ने मोर्चा संभाला और विश्व कीर्तिमान बनाने में अहम योगदान दिया।
दरभंगा में चारों दिशाओं में मानव श्रृंखला बनाई गई.अन्य जिलों को जोड़ने वाले सड़कों पर मानव श्रृंखला बनाकर दरभंगा सहित पूरे बिहार को एक चक्र में जोड़ दिया गया.दरभंगा में दिल्ली मोड़, बिजली हाल्ट,दोनार बेनीपुर रोड,लहेरियासराय बहेड़ी रोड,लहेरियासराय समस्तीपुर छोड़,पोलो मैदान सहित शहर के सड़कों पर 8 लाख से ज्यादा लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई.
सीएम नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने भी पटना के गांधी मैदान पहुंचकर श्रृंखला बनाई। सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन सकता है। सरकार का दावा है कि कुल 11 हजार 292 किमी की इस श्रृंखला में 2 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हुए। ये वर्ल्ड रिकॉर्ड हो सकता है। इस मानव श्रृंखला की 5 सैटेलाइट,38 ड्रोन व 6 हेलिकॉप्टर से फोटो ली गई। मानव श्रृंखला के रिकॉर्ड को देखने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम पहुंची।
एक-दूसरे से जुड़ी राज्य की चारों दिशाएं
मानव श्रृंखला का मुख्य हिस्सा पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक 3007 किमी लंबा था। इसमें करीब 56 लाख लोग शामिल हुए। उत्तर बिहार में मानव श्रृंखला का प्रस्तावित रूट 1821 किमी,जबकि दक्षिण बिहार में 1186 किलोमीटर का था। उत्तर बिहार की श्रृंखला दक्षिण बिहार से महात्मा गांधी सेतु,राजेन्द्र सेतु और विक्रमशिला सेतु पर मिली। इसके अलावा जिलों के अंदर की सड़कों पर 8,285 किमी लंबी श्रृंखला बनी,जिसमें 1.5 करोड़ लोगों शामिल हुए।
गांधी मैदान से शुरू हुई चार श्रृंखलाएं
गांधी मैदान के 8.5 एकड़ एरिया में बिहार के नक्शे पर मानव श्रृंखला बनाई गई। नक्शे के किनारे पर करीब 5,463 लोग हाथ में हाथ थामे खड़े हुए। नक्शे के अंदर बिहार का नाम और शराब की बोतल को क्रॉस करती तस्वीर दिखाई गई थी।