उ.सं.डेस्क : 21 जनवरी को बिहार में बनने वाली सबसे लंबी मानव श्रृंखला जो 11,292 किलोमीटर लंबी होने की संभावना है. जिसको लेकर नीतीश सरकार की तरफ से लगभग दो से ढाई करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना जताई गई है.
सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने आयोजन को लेकर पत्रकारों को इसकी विस्तृत जानकारी दी. मुख्य सचिव ने कहा कि लोगों को जबरन मानव श्रृंखला में शामिल होने को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया गया है. आयोजन बड़ा है, ऐसे में इसकी शुरुआत से लेकर अंत तक पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जब तक एक-एक व्यक्ति घर वापस न चला जाए पूरी सतर्कता रखी जाए. मानव श्रृंखला को कवर करने के लिए भी बिहार सरकार ने खास तौर से तैयारियां की हैं. इस कार्यक्रम की उपग्रह की मदद से 6 जिलों में फोटोग्राफी भी करायी जाएगी. सुबह 10:25 बजे इसरो का उपग्रह बिहार के छह जिलों, यानी पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, जहानाबाद और गया से गुजरेगा.
जिन जिलों से इसरो का उपग्रह गुजरेगा उन जिलों के डीएम को निर्देश दिया गया है कि वो सुबह 9 बजे से दिन के 10:40 बजे के बीच मानव श्रृंखला बनाकर तैयार रहें. इसके साथ ही इंटरनेशनल सेटेलाइट सवा बारह से एक बजे के बीच बिहार के ऊपर से गुजरेंगे और मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी करेंगे.
पटना में मानव श्रृंखला की सुरक्षा के लिए दो हजार जवानों को तैनात किया जाएगा. गांधी मैदान के आसपास स्थित ऊंची इमारतों पर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे.