तहसील दिवस के कार्यक्रम में 99 प्रार्थना पत्र पोर्टल पर दर्ज हुए जिसमें निस्तारण केवल 4 प्रार्थना पत्रों का हुआ, लगभग 75 प्रार्थना पत्र शौचालयों और आवासों से संबंधित थे जिन्हें पोर्टल पर दर्ज ही नहीं किया गया।
डॉ0.एस.बी.एस.चौहान,ब्यूरो इटावा
चकरनगर (इटावा),18सितंबर। स्थानीय तहसील कंपाउंड स्थित सभागार कक्ष में तहसील दिवस का कार्यक्रम जिलाधिकारी श्रीमती सेल्वा कुमारी जे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ इस दौरान लगभग 99 शिकायती प्रार्थना पत्र पोर्टल पर दर्ज किए गए लेकिन करीब 75 ऐसे प्रार्थना पत्र जो आवास और शौचालय से संबंधित थे जिन्हें काउंटर पर रजिस्टर्ड नहीं किया गया और इन शिकायतकर्ताओं को बैरंग वापस जाना पड़ा। चलते पुर्जे या फिर पैरवी वाले लोगों के ही प्रार्थना पत्र बगैर पोर्टल पर दर्ज किए दाखिल किए गए। इस विषय को लेकर प्रार्थना पत्र दाताओं में भारी आगोश रहा। अबकी बार तहसील दिवस कार्यक्रम में भरथना विधायक का श्रीमती सावित्री कठेरिया भी मौन धारण कर विराजमान रहीं। उपलब्ध जानकारी के अनुसार तहसील चकरनगर के कंपाउंड स्थित मूत्रालय के बगल में बना सभा कक्ष में जिलाधिकारी श्रीमती सेल्वा कुमारी जे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अशोक कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ इस अवसर पर लगभग 99 प्रार्थना पत्र पोर्टल पर दर्ज हो विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों को आदेश सहित हस्तांतरित कर दिए गए। जिन पर 1 हफ्ते के अंदर जांच आख्या और कार्यवाही से संबंधित मौखिक आदेश भी दिया गया पर यहां पर यह बात विशेष दिलचस्प रही कि शौचालय और आवासों से संबंधित प्रार्थना पत्रों को पोर्टल पर दर्ज नहीं किया गया और ना ही पीठासीन अधिकारी के पास तक जाने का मौका दिया गया इतना जरूर हुआ कि जो पैरवी या अपनी दबंगई के हिसाब से अंदर घुसकर भले ही पीठासीन अधिकारी को प्रार्थना पत्र दे दिए हों और उन पर कोई कार्यवाही हो या ना हो यह तो प्रशासन समझे लेकिन इस मुद्दे को लेकर प्रार्थना पत्र दाताओं में भारी आगोश था पीठासीन अधिकारी को भी कोसा जा रहा था। प्रार्थना पत्र दाताओं का यह आरोप था कि लगता है अब कहीं सुनवाई नहीं होगी क्योंकि जब जिलाधिकारी ही समस्या को सुनने के लिए तैयार नहीं है। इस संबंध में कुछ मीडिया कर्मियों ने जिलाधिकारी से यह प्रश्न किया की आवास और शौचालय से संबंधित प्रार्थना पत्रों को पोर्टल पर दर्ज क्यों नहीं किया जाता तो उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि उन प्रार्थना पत्रों को सीधा लेकर उन पर आदेश हो रहा है और कार्यवाही भी होगी लेकिन जब आवास हमारे पास है ही नहीं तो दे कहां से दिए जाएं आने पर ही तो दिए जाएंगे? इसके बाद पत्रकारों ने तहसील में सफाई और पेय जल का मुद्दा उठाया जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिला अधिकारी चकरनगर को तलब कर उसके बाद नाजिर को भी तलब कर सख्त हिदायत दी व आदेश देते हुए कहा कि यदि इस पेशाबघर की साफ सफाई कायदे से नहीं होती है तो नाजिर को यह शौचालय और पेशाब घर के पास ही उसी में बैठाया जाए ताकि सफाई मुस्तकिल तरीके से हो मैं नहीं सुनना चाहती कि केवल तहसील दिवस के दिन सफाई हो बाकी के दिनों में लोग गंदगी के शिकार रहें ऐसा दोबारा आने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी महोदया ने उप जिला अधिकारी चकरनगर को सख्त हिदायत देते हुए कहा की शिकायत तहसील की ही सर्वाधिक है इसलिए तहसीलदार और एसडीएम होश में आ कर काम करें ताकि जनहित हो सके तहसील समाधान दिवस के दौरान 99 प्रार्थना पत्र दाखिल किए गए जिसमें चार का निस्तारण किया जा चुका बाकी के प्रार्थना पत्रों पर कार्यवाही हेतु आदेश विभागाध्यक्षों को सुपुर्द करते हुए कर दिए गए। जनता की समस्या सुनने पहुची भरथना विधायक सावित्री कठेरिया ।मौके पर एसएसपी इटावा अशोक कुमार त्रिपाठी समेत मुख्य विकास अधिकारी पीके श्रीवास्तव,मुख्य चिकित्साधिकारी अनिल अग्रवाल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे ।