पटना : मंगलवार को अहंकार और बुराई के नाश के साथ ही समूचा आकाश श्रीराम की जयघोष से गुंजायमान हो गया. रंगारंग आतिशबाजी के बीच श्रीराम ने रावण पर वार कर लंका दहन कर दी.
राजधानी पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग उमड़े. यहां भगवान का श्रृंगार कर राम-रावण युद्ध की आकर्षक झांकी सजाई गई.
गांधी मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम अपने निर्धारित समय पर शाम पांच बजे शुरू हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। उसके बाद नीतीश कुमार ने गुब्बारा उड़ाकर शांति का संदेश दिया। फिर सीएम ने रामलला की आरती उतारी। यह दृश्य देखकर लोग भाव विभोर होते रहे।
सीएम के आरती उतारने के बाद रामलला और लक्ष्मण ने गांधी मैदान की परिक्रमा की। सबने राम, लखन सहित पूरी सेना के दर्शन किए।इस समारोह में इस वर्ष आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया गया. रावण वध के पहले राम और रावण के बीच संवाद भी हुए.
फिर श्रीराम ने सबसे पहले तीर चलाकर कुंभकर्ण का वध किया. चारों ओर जय श्री राम के जयघोष की ध्वनि गूंज उठी.उसके बाद मेेघनाद का वध किया गया. सबसे अंत में रावण का वध हुआ। रावण का वध होते ही चारों ओर शंख ध्वनि गूंज उठी.बुराई पर अच्छाई की जीत हुई. धू-धू कर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जल उठे.इसी के साथ लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर विजयदशमी पर्व की शुभकामनाएं दीं.
मालूम हो कि दशहरा महोत्सव समिति के अध्यक्ष कमल नोपानी ने बताया कि इस वर्ष रावण का पुतला 70 फुट का, कुंभकर्ण का 65 फुट और मेघनाद का पुतला 60 फुट ऊंचा बनाया गया था. पुतलों में 450 पटाखे भरे गए थे.