राँची:झारखण्ड राज्य के राजधानी राँची का लाल, टाटीसिलवे थानार्न्तगत गाँव -पुराना चतरा,पंचायत- चतरा, प्रखण्ड-अनगड़ा का लाल सुजित उराँव, पिता -बुद्धदेव उराँव, उम्र -25 वर्ष , का नौजवान सरहद की रक्षा के लिये 2012 से सीमा सुरक्षा बल के साथ जुड़ कर अपना योगदान दे रहा था , हाल में वह पंजाब के फरीदाबाद में अपनी पत्नि शिवानी कुजुर व अपनी एक वर्षीय बेटी के साथ BSF के कैंपस आवास में रह कर देश की सेवा कर रहा था, कल दिनांक 22/10/16 को रुम मे ही संदिग्ध हालत में उसकी मौत हो गयी , जिसका शव सेवा विमान से राँची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर रविवार को 1:30 बजे लाया गया , जिसकी सुचना न तो जिला प्रसाशन और न ही श्रेत्र के जन प्रतिनिधि को अधिकारिक रुप से दी गई, नतीजा शव को रिसिव करने के लिये न कोई अधिकारी पहुँचे न ही किसी जनप्रतिनिधि ने रुची दिखाई , किसी तरह पंचायत के प्रतिनिधि एवं सगे सम्बंधी हजारीबाग कैंप से आये BSF के जवानों एवं एम्बुलेंस में पार्थिक शरीर गाँव पहुँचा और गाँव के हजारों जनसमुह द्वारा श्रद्धांजलि देकर धार्मिक रीति-रीवाज एवं सीमा बल के जवानों द्वारा गार्ड आँफ आँनर देकर अंतिम विदाई दी गई , श्रद्धांजलि देने वालो में जिला बीससुत्री उपाध्यक्ष जैलेन्द्र कुमार , समाजिक कार्यकर्ता सुमित कु० महतो, मुखिया सोहन मुंडा, सुरेन्द्र कच्छप , जयपाल हजाम, किष्टो कुजुर, राजेश मिश्रा , टाटीसिलवे के थाना प्रभारी रवीन्द्र कुमार सिंह, धीरज महतो, धर्मेंन्द्र कुमार सहित गाँव के हजारों की संख्या मे महिला-पुरुषों ने जवान सुजित उराँव को भावभीनी विदाई दी ||