राँची:बड़कागांव गोलीकांड के विरोध में विपक्षी दलों का की ओर से आज बुलाए गए झारखंड बंद का मिला जुला असर रहा दिखा. राजधानी का मेन रोड बंद समर्थकों का मुख्य निशाना रहा. बस सेवा प्रभावित रहीं, हालांकि रेल यातायात सामान्य बना रहा.
सुबह से ही राजधानी की सड़कों पर कई संगठन के लोग सरकार विरोधी नारे लगाते उतरे. कांग्रेस महासचिव शमशेर आलम ने कहा कि गोली कांड की न्यायिक जांच और दोषी अफसरों को सजा दिलाने की मांग के साथ बंद का आयोजन किया गया है. बड़कागांव में हुए गोलीकांड की न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे कई नेताओं और कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए.
चप्पे चप्पे पर जवान :
बंद को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. सभी प्रमुख चौक चौराहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तैनात रहे. बंद को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. सभी प्रमुख चौक चौराहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तैनात रहे.
बंद को देखते हुए पुलिस की चौकस दिखी. अलवर्ट एक्का चौक से लेकर राजधानी के विभिन्न चौक चौराहों पर भारी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती रही जिसके कारण कोई अप्रिय घटना दोपहर तक देखने को नहीं मिली. डीएसपी (ट्रैफिक) एसके सिंह ने बताया कि बंद को देखते हुए ऑफिस व दुकानों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करायी गई है. चौक चौराहों पर दंडाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की गई है.
रांची से बड़ी संख्या में बंद कार्यकर्ता और नेता गिरफ्तार :
रांची में बड़ी संख्या में बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया. सोमवार सुबह 11 बजे तक 70 लोग कांके चौक, जेल मोड़, सर्जना चौक और डंगराटोली से गिरफ्तार किए गए. जेवीएम अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस के पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, राजद प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा,भाकपा माले के जनार्दन प्रसाद, कांग्रेस नेता शमशेर आलम समेत कई नेता गिरफ्तार किए गए हैं. कई महिला कार्यकर्ता भी हिरासत में ली गईं.
पुलिस के साथ नोकझोंक :
अल्बर्ट एक्का चौक पुलिस के साथ सीपीआई और सीपीएम समर्थकों की नोकझोंक हुई. सीपीआई नेता केडी सिंह ने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया. पुलिस के साथ नोकझोंक के बाद केडी सिंह गिरफ्तार कर लिए गए. इसके बाद राजद और सीपीआई के कुछ समर्थक अल्बर्ट एक्का चौक पर बैठ गए और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. अलबर्ट एक्का चौक पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं.