दरभंगा। बाढ़ और सुखाड़ की समीक्षा जिला के प्रभारी सचिव -सह- प्रधान सचिव डाॅ0 डी0एस0 गंगवार द्वारा समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेदकर सभागार में की गई। उन्होने कहा कि जो गाँव बांधों के बीच अवस्थित हैं, उनका प्रतिदिन पर्यवेक्षण कराना सुनिश्चित करें। इन जगहों पर प्रतिनियुक्त चैकीदार, होमगार्ड के जवानों आदि से अद्यतन स्थिति की जानकारी मोबाईल फोन द्वारा प्राप्त कर कन्ट्रोल रूप में सूचित करें। उन्होने कन्ट्रोल रूप प्रभार को भी नियमित समीक्षा करने का निर्देश दिया। जिले में वर्ष 2004 व 2007 में आई बाढ़ को मानक रखकर बाढ़ पूर्व तैयारी करने का निर्देश भी डाॅ0 गंगवार के द्वारा दिया गया। साथ ही, इसी के अनुरूप सामग्री व अन्य संसाधनों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
उन्होने जिले में वर्षापात की स्थिति का भी जायजा लिया। दरभंगा के हायाघाट, बहेड़ी तथा जाले में इस माह सामान्य से अधिक वर्षा हुई, जबकि किरतपुर, बहादुरपुर, केवटी व घनश्यामपुर में कम वर्षापात प्रतिवेदित किया गया है। जहाँ औसत से अधिक वर्षा हुई है, वहाँ जल जनित बीमारियों के होने के संबंध में सचिव द्वारा चेतावनी दी गई तथा इसके लिए सिविल सर्जन को सजग रहने का निर्देश दिया गया। उन्होने कहा कि सिविल सर्जन अपने स्तर से प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से डायरिया, डीसेन्ट्री व पीलिया आदि मरीजों की संख्या का आंकड़ा एकत्रित करें। यदि जहाँ ऐसे मरीज ज्यादा संख्या में आते हैं, तो वहाँ तुरन्त विशेष दल भेजकर इसका समुचित उपचार कराएं।
उन्होने पेयजल स्तर में सुधार के लिए भी कई निर्देश लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमण्डल के कार्यपालक अभियंता को दिया। उन्होने कहा कि खराब पड़े चापाकलों का तुरन्त मरम्मति करा लें। साथ ही, अतिरिक्त चापाकलों का संस्थापन यथाशीघ्र स्थानीय विधायक से सम्पर्क कर उनकी अनुशंसा प्राप्त कर विधायक फंड से संस्थापन कराना सुनिश्चित करें।
उन्होने कृषि पदाधिकारी को निदेशित करते हुए कहा कि कम वर्षा वाले क्षेत्र के किसानों के बीच डीजल अनुदान वितरण की प्रक्रिया प्रारंभ कराएं। कैम्प लगाकर आवेदन प्राप्त कर एक सप्ताह के अन्दर भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाय।
उन्होने विशेष रूप आपदा विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के आलोक में सभी विभागों को कार्य करने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी, दरभंगा डाॅ0 चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह, अपर समाहत्र्ता अनिल चैधरी, एसडीओ गजेन्द्र प्रसाद सिंह, डीसीएलआर प्रियरंजन राजू, आपदा प्रभारी रवीन्द्र कुमार दिवाकर सहित सभी तकनीकी पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के अपरांत प्रभारी सचिव द्वारा मिथिला शोध संस्थान के निकट स्थित बांध का भी निरीक्ष्ज्ञण किया गया तथा बाढ़ नियंत्रण प्रमण्डल, दरभंगा को पर्याप्त तटबंध सुरक्षा-सामग्री के भंडारण को निर्देश दिया गया।