गोरखपुर (यू0पी0 ब्यूरो)। विगत दिनों फेसबुक पर मीडिया वालों को कुत्ता कहकर सम्बोधित करने वाले शहर के मशहूर न्यूरोसर्जन डॉ0 मंज़र कमाल के खिलाफ पुलिस कोई केस दर्ज नहीं करेगी। बताते चले की डॉ0 मन्ज़र कमाल द्धारा मिडिया वालों को अपने फेसबुक कमेंट में अपशब्द कहा गया था जिसको मीडिया से जुड़े तमाम लोगो ने देखा और बहुत से मीडिया कर्मियों ने उनके एफबी स्टेटस पर जवाब भी दिया । इसी क्रम में दैनिक अवधनामा के ब्यूरो प्रभारी द्धारा बृहस्पतिवार की देर रात कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गई लेकिन शुक्रवार की सुबह इंस्पेक्टर कोतवाली द्धारा तिवारीपुर थाने का मामला बताकर तहरीर वापस कर दी गई। तहरीर वापस करने की सूचना एसपी सिटी को दी गई और फिर तिवारीपुर थाने पर पुनः तहरीर दी गई। शुक्रवार की शाम को थाना प्रभारी तिवारीपुर द्धारा अवधनामा प्रभारी को केस दर्ज न करने की सूचना दी गई।
थाना प्रभारी द्धारा बताया गया की क्योंकि डॉ0 मंज़र कमाल ने पूरे मीडिया वालों को कहा है इसलिए किसी एक व्यक्ति की तहरीर पर केस दर्ज नहीं किया जा सकता। बहरहाल इस प्रकरण से किसी मिडिया कर्मी को भले ही कोई व्यक्तिगत हानि न हुई हो लेकिन इसके खिलाफ कोई आवाज़ न उठने से लग रहा है की गोरखपुर का मीडिया वर्ग मुर्दा हो चुका हैं। इस प्रकार किसी एक व्यक्ति द्धारा पूरे वर्ग को अपशब्द और अपमानित कर देने के बाद कोई विरोध न होना इस बात का संकेत है की न हमारा कोई संगठन है और न ही कोई ज़मीर। यही बात किसी ने अगर अधिवक्ता वर्ग के लिए किसी ने कही होती आज शहर का माहौल ही कुछ और होता। बहरहाल पुलिस ने भले ही इस मामले में केस दर्ज न किया हो लेकिन क़ानूनी कार्यवाही का विकल्प अब भी खुला है और मीडिया के अपमान की ये लड़ाई अब कोट के ज़रिये लड़ी जायेगी।