(रांची ब्यूरो) : राजधानी रांची के श्रीनगर, कृष्ण नगर, स्वर्णजयंती नगर, बड़ाइक मुहल्ला, विद्यानगर, गंगा नगर, मधुकम भगत कोचा, भवानी नगर, चटकपुर, कैलाश नगर में रहने वाले 4 लाख लोगों का सुख चैन सरकार की गलत फैसले से छिन चुका है। उनको यह डर सताने लगा है की खून पसीना बहा कर उन्होने जो घर बनाया है उसे सरकार तोड़ देगी। सरकारी फैसले के खिलाफ अब प्रभावित लोग एकजुट हो चुके हैं। प्रभावित लोगों के साथ खड़े श्री उदयशंकर ओझा ने कहा कि किसी भी कीमत में आदिवासी जमीन में बने मकानों को तोड़ने नहीं दिया जाएगा, इसके लिए कुछ भी करना क्यूँ न पड़े।
उन्होने बताया की 3 सितंबर को राजभवन के सामने भोक्तभोगियों का महाधरना होगा।उन्होने बताया कि राज्यपाल से मिलकर एसआर कोर्ट के आधार पर घर उजाड़ने का कम बंद करने, 250 लोंगों पर की गयी प्राथमिकी वापस लेने, लाठी चार्ज की उच्चस्तरीय जांच करने, पूरे मामले पर विधान सभा का विशेष सत्र बुलाकर बहस करने की मांग की जाएगी।