दरभंगा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, “मैं लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं। भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित रखने में उनका अमूल्य योगदान है।”
वहीं देश के अन्य जगहों के साथ साथ दरभंगा शहर के शाहगंज बेंता में भी शिक्षक अरुण चौधरी की अध्यक्षता में जेपी जन्मोत्सव मनाया गया.भारत रत्न सम्मान से सम्मानित लोक नायक जयप्रकाश नारायण का 114 वीं जयंती के अवसर पर बुद्धिजीवियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया.
साथ ही साथ उनकी जीवनी पर भी प्रकाश डालते हुए बुद्धिजीवियों ने नयी पीढ़ी के युवाओं को जे पी आंदोलन से रूबरू करवाया.बताया गया कि 1920 में जब जयप्रकाश 18 वर्ष के थे तब उनका विवाह प्रभावती देवी से हुआ. प्रभावती के पिता दरभंगा के प्रसिद्ध वकील व स्वतंत्रता सेनानी ब्रजकिशोर प्रसाद थे जिनके नाम पर लहेरियासराय के लोहिया चौक से चट्टी चौक को जोड़ने वाली सड़क को बी के रोड अर्थात ब्रजकिशोर पथ भी रखा गया. यही कारण है कि जयप्रकाश नारायण का दरभंगा से काफी लगाव था. बता दें कि पटना हवाई अड्डे का नाम भी लोकनायक के नाम पर ही रखा गया है.
जे.पी. अथवा ‘लोक नायक’ के नाम से मशहूर जयप्रकाश नारायण एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और राजनेता थे। उन्हें मुख्यतः 1970 में इंदिरा गांधी के विरुद्ध विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है। भारत सरकार ने उन्हें सन 1998 में मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा.
जे.पी. इंदिरा गांधी की आपातकाल अर्थात प्रशासनिक नीतियों के विरुद्ध थे और गिरते स्वास्थ्य के बावजूद उन्होंने 1977 में विपक्ष को एकजुट कर इंदिरा गांधी को चुनाव में हरा दिया.