दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि नैक से संबंधित बिन्दुओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्यों एवं नैक समन्वयकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन महाविद्यालयों का नैक प्रत्यायन नहीं हुआ है। वहां जल्दी से जल्दी यह कार्य पूरा किया जाय। कुलपति ने राज भवन के निर्देश का उल्लेख करते हुए कहा कि निर्देश के अनुसार प्रधानाचार्य को सही समय पर नैक प्रत्यायन कराना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि नैक में अच्छा ग्रेड प्राप्त करना आवश्यक है। इस संबंध में सभी प्रधानाचार्यों को कार्य करना चाहिए। इस मौके पर देवी अहल्या विश्वविद्यालय से आये नैक विशेषज्ञ प्रो. प्रतोश बंसल ने बताया कि नैक प्रत्यायन की मौजूदा प्रक्रिया में बदलाव आया है। पहले नैक की प्रक्रिया मेनुअल थी। वहीं अब यह सिस्टम जेनरेटेड हो गया है।
अब नैक के लिए आन लाईन आवेदन भरना होगा। महत्वपूर्ण बदलाव में दो तरह के मैट्रिक्स पर जोर डाला गया है। जिसमें गुणात्मक और मात्रात्मक मैट्रिक्स शामिल हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अबकि प्रक्रिया अधिक सरल है एवं मूल्यांकन का मुख्य आधार शिक्षा को माना गया है। जिमसें छात्र केन्द्रीत मूल्यांकन के 21 बिंदुओं को विस्तार से समझाया गया है। कार्यशाला का संचालन प्रो. मुनेश्वर यादव ने किया। वहीं प्रो. बीबी.एल दास ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने नैक के प्रत्यायन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. के.के. साहू ने किया।