दरभंगा : बहादुरपुर प्रखंड में प्रशासन के नाक के नीचे अनाज कालाबाजारी का मामला प्रकाश में आया है।दरअसल बात यह है कि बुधवार की दोपहर लगभग 1 बजे प्रखंड मुख्यालय स्थित खाद्दान्न गोदाम से जन वितरण प्रणाली विक्रेता के लिए वाहन से अनाज भेजा गया था।प्रखंड गोदाम के चंद कदमों की दूरी पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और मनरेगा कार्यालय के पास अनाज से भरे वाहन रोका गया।
फिर वाहन पर सवार मजदूरों के द्वारा तीन बोरी अनाज उतारकर मनरेगा कार्यालय के एक कमरे में रख कर बन्द कर दिया गया। पुनः खाद्दान्न से भरे वाहन अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर गई। तभी प्रखंड में अपने अपने काम से आए आमजनता प्रखंड मुख्यालय में हो रहे अनाज के कालाबाजारी के विषय में चर्चा करने लगे। उनलोगों के द्वारा इस बात की जानकारी मीडिया को भी दी गई। तभी वहां मौजूद लोग मनरेगा भवन के तरफ गए हैं और उनके कमरे में रखें तीन बोड़ी खाद्दान्न को देखने लगे।
प्रखंड मुख्यालय में हो रहे इस कालाबाजारी के संबंध में जितने मुंह उतनी बातें होने लगी।इतने में मनरेगा भवन में रह रहे सुरक्षाकर्मी भी वहां आ गए। अनाज रखे हुए कमरे का दरवाजा बंद करने लगे एवं लोगों को डांट फटकार कर वहां से भगाने लगा।जब उनसे मामले के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बतौर कैमरा पर पांच सौ रुपये प्रत्येक बोरी प्रखंड गोदाम प्रबंधक से खरीदने की बात कहा। तैश में आकर कमरे को बंद कर वहां से वाहर निकल गए। मामले के संबंध में गोदाम प्रबंधक से पूछने पर बताया कि जानकारी अभी नहीं है, जानकारी लेकर बताते हैं। खबर लिखे जाने तक उन्होंने कोई जानकारी नहीं दिया।
वहीं बहादुरपुर के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि अभी हम परीक्षा ड्यूटी में तैनात हैं। वैसे उन्होंने दूरभाष पर ही बताया कि छोटा-मोटा मामला है जिसे हाइलाइट ना किया जाए। अगर इस प्रकार की कोई मामला है तो जांच कर तुरंत कार्यवाही करते हैं मगर खबर लिखे जाने तक प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई की जानकारी नहीं है। इससे स्पष्ट होता है कि प्रखंड प्रशासन के आंख के नीचे ही उनके संलिप्तता से गरीबों के निवाले से किस प्रकार का खेला खेला जा रहे हैं।