डेस्क : बीती रात से अधवारा समूह की नदियों में आयी उछाल के कारण दरभंगा के शहरी क्षेत्र में भी तेजी से पानी फैलने लगा है। सदर और बहादुरपुर प्रखंडों में भी पानी फैल रहा है। जिसके कारण शहरी क्षेत्र में रह रहे लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। हालांकि जिला के पूर्वी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुई है। जलस्तर घटने से लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन अधवारा समूह की नदियां उभार पर है।
बागमती नदी से दो भागों में बंटे दरभंगा शहर के पश्चिमी इलाके में वार्ड नं.-8, 9 और 23 में बाढ़ का पानी सुबह से काफी तेजी में प्रवेश करने लगा। निचले इलाकों में पानी भरने के बाद पोखर और तालाबों को भरते हुए सड़कों पर भी पानी फैलने लगा। जिससे पानी पार कर लोगों को आना-जाना पड़ रहा है। इस कारण शुभंकरपुर, वाजितपुर, रत्नोपट्टी, महदौली आदि मुहल्लों से लोग अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं। वहीं जिनके घर नीचे हैं उन्होंने ऊँचे स्थानों पर शरण लेनी शुरू कर दी है। चतरिया, गेहुमी, सिमरा, नेहालपुर, मब्बी आदि गांवों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
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दरभंगा इंजीनियरिंग महाविद्यालय परिसर में भी बाढ़ का पानी भर गया है। इधर शहरी सुरक्षा तटबंध के कई सुलिस गेटों से पानी का दवाब बढ़ने के कारण पानी आधा दर्जन से अधिक वार्डो में प्रवेश कर गया है। जिसमें महापौर का वार्ड भी शामिल है। वहीं सदर प्रखंड के बलहा, भुसकौल, बिजली, काकरघाटी, पिट्ठो आदि गांवों में अधवारा समूह नदी का पानी फैल गया है। वहीं लोग विस्थापित होकर अपने मवेशियों के साथ एनएच-57 पर अपना आशियाना बना लिया है।
वहीं दरभंगा के निजी बस स्टैंड से सटे लालूनगर, वन विभाग के पौधा केन्द्र में बाढ़ का पानी फैल गया है। उधर दूसरी तरफ कुशेश्वरस्थान में पानी का बढ़ना जारी है। लेकिन तारडीह, मनीगाछी, गौराबौराम, घनश्यामपुर, बिरौल के क्षेत्रों में बाढ़ के पानी में कमी आयी है जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन कुशेश्वरस्थान पूर्वी और कुशेश्वरस्थान प्रखंड में सभी रास्तों पर एक से तीन फीट तक पानी का बहाव जारी है।