राम किशोर रावत, माल,लखनऊ। क्षेत्र के नरायनपुर पंचायत में महाभारत कालीन शिवलिंग पर लगता है मेला,जहां लोग हजारों की संख्या में आकर मन्नतें मांगते हैं।जिनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैँ।यह शिवलिंग पांच हजार तीन सौ 58 वर्ष पहले स्थापना हुयी थी। उसी समय से यहां मेले का आयोजन चला आ रहा है।
नरायनपुर पंचायत के मजरे जनकापुर गांव के पास शिवलिंग स्थापित है।जिसे पाण्डवों द्वारा अश्वमेघ यज्ञके दौरान कटक के राजा सुधन्वा से युद्ध के दौरान अर्जुन को मूर्छित होने पर कृष्णजी के गुरु संदीपन द्वारा उनके पुनर्जीवन के लिये की गई थी।जिससे इस शिवलिंग का नाम चिरंजीवी नाथ कहा गया।कालांतर में लोगों द्वारा इसे चिलवन नाथ नाम से जाना जाने लगा।यह स्थान माल निवासी कुंवर भूपेंद्र सिंह के पूर्वज जंगी सिंह की जागीर में है।जो वहां हर वर्ष शिवरात्रि के दिन मेले का आयोजन करते थे और देश प्रदेश के पहलवानो को बुलाकर कुश्ती दंगल का आयोजन कर पुरस्कार देते थे।लेकिन वर्तमान में केवल मेला का आयोजन होता है।जिसमे श्रद्धालुओं द्वारा मन्नतें मांगी जाती हैं,जो पूरी भी होती हैं।