मामले को अकिंत करने के बजाय उलझाने में लगे है विश्वविद्यालय थाना
दरभंगा। विश्वविद्यालय थाना मामले को दर्ज करने के बजाए मामले को ही उलझाने में लगे हैं ।मामला अलीनगर मोहल्ला वार्ड 01 की है ।आवेदक मकसूद अहमद जो सहायक अभियंता पद से सेवानिवृत्त होकर अलीनगर मोहल्ला में अपने घर में रहते हैं ।आबेदक का कहना है कि उनके पड़ोसी जो इम्तियाज करीम सौकत उर्फ पप्पू,मो मुमताज सहित चार पांच लोग जो दबंग व अपराधी प्रवृत्ति के लोग हैं उनके साथ मारपीट गाली गलौज किया इतना ही नहीं बीच-बचाव को आई मकसूद अहमद की पत्नी के साथ भी इन लोगों ने मारपीट किया जो आज भी महिला डॉक्टर के निगरानी में जी रही है ।आवेदक मकसूद अहमद ने बताया कि अपने घर पर मुख्य सड़क से जाने वाली लिंक सड़क को ठीक कर रहा था इसी बीच पड़ोस के चार पांच लोग आये और बेवजह रंगदारी मांगने लगे कहने लगे की इस मोहल्ला में रहना है तो रंगदारी देना ही पड़ेगा। रंगदारी नहीं देने पर उन्होंने मकसूद अहमद व पत्नी के साथ मारपीट गाली गलौज और जेब में रखें ₹4000 भी छिन लिया। जब इस बाबत विश्वविद्यालय थाना को आवेदन दिया तो उन्होंने कहा ठीक है देख लेते हैं ।जब मैंने उनसे पूछा कि मुझे एफआईआर दर्ज करनी है तो उन्होंने कल आने को कहा ।जब मैं थाने पर दूसरे दिन गया तो एफआईआर दर्ज करने के बजाय मामले को ही थाना अध्यक्ष ने पाला बदलते हुए कहने लगे यह मामला तो जमीनी विवाद से संबंधित है ।जबकि यह मामला रंगदारी से संबंधित आबेदन दिया है ।जब उन्होंने एफ आई आर दर्ज नहीं किया तब थक हार कर डीएसपी सदर, सीटीएसपी दरभंगा एवं वरीय पुलिस अधीक्षक दरभंगा को आवेदन दिया इतना ही नहीं इससे संबंधित आवेदन जिलाधिकारी दरभंगा को भी दिया है। लेकिन इतने आवेदन देने के बावजूद भी विश्वविद्यालय थाना अध्यक्ष आज तक एफ आई आर दर्ज नहीं किया। उल्टे एक नोटिस मेरे घर भिजवा दिया। नोटिस के मुताबिक यह मामला जमीनी विवाद से संबंधित है इसलिए मुझे अपने जमीन के कागजात को लेकर थाना में बुलाया गया है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि जब आवेदन रंगदारी से संबंधित थाने में दिया गया है तो विश्वविद्यालय थाना क्यों नहीं एफ आई आर दर्ज कर जांच शुरू किया।